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'जिला को जलाने नहीं देंगे', श्रेयसी सिंह पर सुमित सिंह का निशाना, जमुई हिंसा पर NDA में घमासान! - JAMUI VIOLENCE

जमुई हिंसा पर NDA में घमासान मच गया है. श्रेयसी सिंह पर निशाना साधते हुए सुमित सिंह ने कहा कि जिला को जलाने नहीं देंगे.

Jamui Stone Pelting Case
सुमित सिंह व श्रेयसी सिंह (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Feb 22, 2025, 1:59 PM IST

जमुई: बिहार के जमुई में पथराव का मामला तूल पकड़ चुका है. बीजेपी और जेडीयू के नेता आपस में ही उलझने लगे हैं. निर्दलीय विधायक और जेडीयू समर्थित मंत्री सुमित सिंह पर आरोप लगा कि उन्होंने 'हनुमान चालीसा के लिए लाइसेंस' लेने की बात कही थी. इस पर श्रेयसी सिंह ने निशाना साधते हुए कहा था कि कुछ लोग जमुई को जलाने का प्रयास कर रहे हैं. अब सुमित सिंह ने भी पलटवार किया है.

रविवार को हनुमान चालीसा पढ़े कि नहीं: सुमित सिंह ने कहा कि हिन्दू-मुसलमान या अगड़ा-पिछड़ा कोई वर्ग नाराज नहीं है. जो तिलक लगाते हैं, उनका भी और जो टोपी वाले हैं, उनका भी सम्मान करते हैं. इस दौरान मंत्री ने कहा कि कुछ लोग दुष्प्रचार कर रहे हैं कि रविवार को हनुमान चालीसा पढ़े कि नहीं? इस पर उन्होंने कहा कि बिलकुल पढ़ें, 365 दिन चलीसा पढ़ें. मैं खुद रोज पढ़ता हूं.

बिहार सरकार के मंत्री सुमित सिंह (ETV Bharat)

'गलत तरीके से प्रचार': मंत्री सुमित सिंह ने बिना नाम लिए श्रेयसी सिंह को लेकर कहा कि वे गलत तरीके से प्रचार कर रहे हैं. हनुमान चालीसा पढ़ने के लिए कोई लाइसेंस की जरूरत नहीं है. झुंड बनाकर कार्यक्रम या हथियार लेकर चलने के लिए लाइसेंस लेना पड़ता है, चाहे वो किसी भी धर्म के हों.

"कुछ तबके हैं जो हमसे नाराज रहते हैं, उनको बोलने का एक मौका मिला है. हिन्दू मुस्लिम कोई हमसे नाराज नहीं हैं. जो नाराज हैं वे इसमें रोटी सेकने का काम कर रहे हैं. वे भाजपा के नेता कम और हमारे विरोधी ज्यादा हैं. रोटी सेकना है तो सेकने दीजिए. कभी-कभी मौका मिलता है." -सुमित सिंह, मंत्री, बिहार सरकार

बयान को तोड़-मरोड़कर पेश करने का आरोप: इस दौरान उन्होंने मीडिया पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि मीडिया में गलत तरीके से अफवाह फैलायी जा रही है. कहा कि 'हमने ये कब कहा कि हनुमान चालीसा के लिए लाइसेंस लेना पड़ेगा.हमने कहा कि जुलूस के लिए लाइसेंस लेना पड़ता है.? हमने कभी नहीं कहा कि रविवार को हनुमान चालीसा नहीं पढ़ना चाहिए. हमने इतना कहा कि रविवार को खिचड़ी वितरण नहीं होता है. मेरे बयान को तोड़ मरोड़ कर दिखाया जा रहा है, लेकिन मेरा बयान सही है.'

'जिला को जलाने नहीं देंगे': सुमित सिंह ने चेतावनी देते हुए कहा कि 2017 में जिस तरह जमुई के सभी दुकान बंद हो गए थे तो क्या 2025 में भी बंद कराना है. कहा कि हमारे पूर्वजों ने कुर्बानी देकर जिला बनाया है. इसे आग नहीं लगने देंगे. मंत्री पद रहे या नहीं रहे लेकिन जब तक सुमित सिंह रहेगा जिला को अशांत नहीं होने देंगे. .

क्या है मामला: दरअसल, 16 फरवरी को जमुई के झाझा बलियाडीह में पथराव हुआ था. इसमें तीन लोग घायल हो गए थे. कई गाड़ियों को तोड़ा गया था. इसमें 10 लोगों की गिरफ्तारी भी हुई, जिसमें एक महिला खुशबू पांडे उर्फ 'हिन्दूं शेरनी' भी शामिल है. हालात इतने खराब हो गए थे कि इंटरनेट बंद करना पड़ा. पुलिस बल की तैनाती की गयी.

हनुमान चालीसा पर विवाद: बताया जा रहा है कि हिंदू स्वाभिमान संगठन हनुमान चालीसा का आयोजन किया था. वहीं से सब लौट रहे थे कि पथराव कर दिया गया. इसमें नगर परिषद जमुई के उपाध्यक्ष पार्षद नीतीश साह और खुशबू पांडे सहित कई लोग घायल हो गए थे.

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जमुई: बिहार के जमुई में पथराव का मामला तूल पकड़ चुका है. बीजेपी और जेडीयू के नेता आपस में ही उलझने लगे हैं. निर्दलीय विधायक और जेडीयू समर्थित मंत्री सुमित सिंह पर आरोप लगा कि उन्होंने 'हनुमान चालीसा के लिए लाइसेंस' लेने की बात कही थी. इस पर श्रेयसी सिंह ने निशाना साधते हुए कहा था कि कुछ लोग जमुई को जलाने का प्रयास कर रहे हैं. अब सुमित सिंह ने भी पलटवार किया है.

रविवार को हनुमान चालीसा पढ़े कि नहीं: सुमित सिंह ने कहा कि हिन्दू-मुसलमान या अगड़ा-पिछड़ा कोई वर्ग नाराज नहीं है. जो तिलक लगाते हैं, उनका भी और जो टोपी वाले हैं, उनका भी सम्मान करते हैं. इस दौरान मंत्री ने कहा कि कुछ लोग दुष्प्रचार कर रहे हैं कि रविवार को हनुमान चालीसा पढ़े कि नहीं? इस पर उन्होंने कहा कि बिलकुल पढ़ें, 365 दिन चलीसा पढ़ें. मैं खुद रोज पढ़ता हूं.

बिहार सरकार के मंत्री सुमित सिंह (ETV Bharat)

'गलत तरीके से प्रचार': मंत्री सुमित सिंह ने बिना नाम लिए श्रेयसी सिंह को लेकर कहा कि वे गलत तरीके से प्रचार कर रहे हैं. हनुमान चालीसा पढ़ने के लिए कोई लाइसेंस की जरूरत नहीं है. झुंड बनाकर कार्यक्रम या हथियार लेकर चलने के लिए लाइसेंस लेना पड़ता है, चाहे वो किसी भी धर्म के हों.

"कुछ तबके हैं जो हमसे नाराज रहते हैं, उनको बोलने का एक मौका मिला है. हिन्दू मुस्लिम कोई हमसे नाराज नहीं हैं. जो नाराज हैं वे इसमें रोटी सेकने का काम कर रहे हैं. वे भाजपा के नेता कम और हमारे विरोधी ज्यादा हैं. रोटी सेकना है तो सेकने दीजिए. कभी-कभी मौका मिलता है." -सुमित सिंह, मंत्री, बिहार सरकार

बयान को तोड़-मरोड़कर पेश करने का आरोप: इस दौरान उन्होंने मीडिया पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि मीडिया में गलत तरीके से अफवाह फैलायी जा रही है. कहा कि 'हमने ये कब कहा कि हनुमान चालीसा के लिए लाइसेंस लेना पड़ेगा.हमने कहा कि जुलूस के लिए लाइसेंस लेना पड़ता है.? हमने कभी नहीं कहा कि रविवार को हनुमान चालीसा नहीं पढ़ना चाहिए. हमने इतना कहा कि रविवार को खिचड़ी वितरण नहीं होता है. मेरे बयान को तोड़ मरोड़ कर दिखाया जा रहा है, लेकिन मेरा बयान सही है.'

'जिला को जलाने नहीं देंगे': सुमित सिंह ने चेतावनी देते हुए कहा कि 2017 में जिस तरह जमुई के सभी दुकान बंद हो गए थे तो क्या 2025 में भी बंद कराना है. कहा कि हमारे पूर्वजों ने कुर्बानी देकर जिला बनाया है. इसे आग नहीं लगने देंगे. मंत्री पद रहे या नहीं रहे लेकिन जब तक सुमित सिंह रहेगा जिला को अशांत नहीं होने देंगे. .

क्या है मामला: दरअसल, 16 फरवरी को जमुई के झाझा बलियाडीह में पथराव हुआ था. इसमें तीन लोग घायल हो गए थे. कई गाड़ियों को तोड़ा गया था. इसमें 10 लोगों की गिरफ्तारी भी हुई, जिसमें एक महिला खुशबू पांडे उर्फ 'हिन्दूं शेरनी' भी शामिल है. हालात इतने खराब हो गए थे कि इंटरनेट बंद करना पड़ा. पुलिस बल की तैनाती की गयी.

हनुमान चालीसा पर विवाद: बताया जा रहा है कि हिंदू स्वाभिमान संगठन हनुमान चालीसा का आयोजन किया था. वहीं से सब लौट रहे थे कि पथराव कर दिया गया. इसमें नगर परिषद जमुई के उपाध्यक्ष पार्षद नीतीश साह और खुशबू पांडे सहित कई लोग घायल हो गए थे.

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