पटना: वीडियो कांन्फ्रेसिंग के माध्यम से सचिव सूचना अनुपम कुमार, एडीजी पुलिस मुख्यालय जितेन्द्र कुमार, अपर सचिव, आपदा प्रबंधन विभाग रामचंद्र डू और जल संसाधन विभाग के प्रभारी पदाधिकारी ने कोरोना संक्रमण की रोकथाम और विभिन्न नदियों के जलस्तर को लेकर सरकार की ओर से किये जा रहे कार्यों के संबंध में अद्यतन जानकारी दी.
टेस्टिंग कैपिसिटी काफी बढ़ी
अनुपम कुमार ने बताया कि कोरोना संक्रमण की वर्तमान स्थिति को लेकर निरंतर उच्चस्तरीय समीक्षा हो रही है. दो दिन पहले भी माननीय मुख्यमंत्री की ओर से रिव्यु मीटिंग की गयी थी. जिसमें कई निर्देश दिए गये थे. निर्देश के आलोक में टेस्टिंग कैपिसिटी काफी बढ़ रही है.
जिसके कारण क्षेत्र चिन्हित होने से कंटेनमेंट में आसानी हो रही है. पॉजिटिविटी रेट में लगातार कमी आ रही है. जबकि रिकवरी रेट लगातार बढ़ रहा है. बिहार का रिकवरी रेट आज की तिथि में 82.15% है. जो राष्ट्रीय औसत से लगभग 7 % अधिक है.
पर्याप्त संख्या में सैंपल्स की जांच
अनुपम कुमार ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग को दियारा के इलाके, टाल क्षेत्र और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पर्याप्त संख्या में सैंपल्स की जांच कराने का निर्देश दिया गया है. इस दिशा में जिला प्रशासन कार्रवाई कर रहा है. कोरोना संक्रमण से बचाव में मास्क का प्रयोग काफी प्रभावी हुआ है. इसलिए मास्क के उपयोग पर लगातार बल दिया जा रहा है. वर्क साइट्स पर अनिवार्य रूप से मास्क का प्रयोग हो, इस पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया गया है.
मॉनिटरिंग पर विशेष ध्यान
आज भी यह निर्देश दिया गया है कि वनरेबल सेक्शन्स (65 वर्ष से अधिक उम्र के लोग, बच्चे, गर्भवती महिलायें और अन्य गंभीर बीमारी से ग्रसित व्यक्ति) के जो लोग हैं, उनकी मॉनिटरिंग पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है. अनुपम कुमार ने बताया कि रोजगार सृजन पर भी सरकार का पूरा ध्यान है और लॉकडाउन पीरियड से लेकर अभी तक 5 लाख 58 हजार 788 योजनाओं के अंतर्गत 13 करोड़ 90 लाख से अधिक मानव दिवसों का सृजन किया जा चुका है.
24 घंटे में 2,908 लोग स्वस्थ
सचिव स्वास्थ्य लोकेश कुमार सिंह ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से बताया कि कोरोना संक्रमण से पिछले 24 घंटे में 2,908 लोग स्वस्थ हुए हैं और अब तक 1,01,362 लोग कोविड-19 संक्रमण से स्वस्थ हो चुके हैं. बिहार का रिकवरी रेट 82.15 प्रतिशत है. पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 1,227 नये मामले सामने आये हैं. वर्तमान में बिहार में कोविड-19 के 21,393 एक्टिव मरीज हैं. उन्होंने बताया कि अब तक की गयी कुल जांच की संख्या 24,94,712 है.
मास्क नहीं पहनने वाले पर जुर्माना
अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस मुख्यालय जितेन्द्र कुमार ने बताया कि सरकार की ओर से 1 अगस्त से लागू अनलॉक-3 के तहत जारी गाइडलाइन्स का अनुपालन कराया जा रहा है. पिछले 24 घंटे में 1 कांड दर्ज किया गया है और किसी व्यक्ति की गिरफ्तारी नहीं हुई है. इस दौरान 403 वाहन जब्त किये गये हैं और 12 लाख 12 हजार रुपये की राशि जुर्माने के रुप में वसूल की गई है.
104 लोगों की गिरफ्तारी
इस प्रकार 1 अगस्त से अब तक 64 कांड दर्ज किये गये हैं और 104 व्यक्तियों की गिरफ्तारी हुई है. कुल 15,935 वाहन जब्त किए गए हैं और 4 करोड़ 14 लाख रुपये की राशि जुर्माने के रूप में वसूल की गयी है. उन्होंने बताया कि सार्वजनिक स्थानों पर मास्क नहीं पहनने वाले लोगों पर भी लगातार कार्रवाई की जा रही है. पिछले 24 घंटे में मास्क नहीं पहनने वाले 3,394 व्यक्तियों से 1 लाख 69 हजार 700 रुपये की राशि जुर्माने के रूप में वसूल की गयी है.
इस प्रकार 1 अगस्त से अब तक मास्क नहीं पहनने वाले 1,17,739 व्यक्तियों से 58 लाख 86 हजार 950 रुपये की जुर्माना राशि वसूल की गयी है. कोविड-19 से निपटने के लिये उठाये जा रहे कदमों और नये दिशा-निर्देशों का पालन करने में अवरोध पैदा करने वालों के खिलाफ सख्ती से कदम उठाये जा रहे हैं.
नदियों का जलश्राव स्थिर
जल संसाधन विभाग के प्रभारी पदाधिकारी, बाढ़ अनुश्रवण सेल ने राज्य की विभिन्न नदियों के जलस्तर और बाढ़ सुरक्षात्मक तटबंधों की स्थिति के संबंध में विस्तृत जानकारी दी. उन्होंने बताया कि कोशी नदी के वीरपुर बराज पर आज दिन के 2 बजे 1,31,930 क्यूसेक जलश्राव प्रवाहित हुआ है और इसकी प्रवृति स्थिर है. गंडक नदी में 1,31,500 क्यूसेक और सोन नदी में 1,24,641 क्यूसेक जलश्राव प्रवाहित हुआ है.
खतरे के निशान से ऊपर
गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से गांधी घाट, हाथीदह और कहलगांव में खतरे के निशान से क्रमशः 14 सेंटीमीटर, 33 सेंटीमीटर और 35 सेंटीमीटर ऊपर है. बागमती नदी का जलस्तर कटौंझा में खतरे के निशान से 31 सेंटीमीटर, बेनीबाद में 27 सेंटीमीटर और हायाघाट में 80 सेंटीमीटर ऊपर है. बूढी गंडक का जलस्तर सिकन्दरपुर (मुजफ्फरपुर) में खतरे के निशान से नीचे है. जबकि समस्तीपुर में 21 सेंटीमीटर, रोसरा में 1.32 मीटर और खगड़िया में 1.08 मी खतरे के निशान से ऊपर प्रवाहित हो रही है.
जलस्तर में वृद्धि होने की संभावना
घाघरा नदी का जलस्तर दरौली में 41 सेंटीमीटर और गंगपुर सिसवन में 49 सेंटीमीटर खतरे के निशान से ऊपर है. गंडक नदी के नेपाल भू-भाग जलग्रहण क्षेत्र में वर्षापात होने से इसके जलस्तर में वृद्धि होने की संभावना है. मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और झारखंड राज्य में सोन नदी के जलग्रहण क्षेत्रों के अलावा केन, बेतवा और चम्बल नदी के बेसिन में वर्षापात दर्ज होने के कारण जलश्राव में वृद्धि होने की संभावना है. इसके फलस्वरूप गंगा नदी के जलश्राव में भी वृद्धि होने की संभावना है.
नदियों पर अवस्थित तटबंध सुरक्षित
मुख्य अभियंता, गोपालगंज परिक्षेत्राधीन सारण तटबंध सारण, भैसही पुरैना छरकी, बंधौली शीतलपुर फैजुल्लाहपुर जमींदारी बांध और बैकुंठपुर रिटायर्ड लाईन और मुख्य अभियंता, मुजफ्फरपुर परिक्षेत्राधीन चंपारण तटबंध के क्षतिग्रस्त भाग को छोड़कर शेष बिहार राज्य में विभिन्न नदियों पर अवस्थित तटबंध सुरक्षित हैं. इन इलाकों में सतत निगरानी और चौकसी बरती जा रही है.
आपदा प्रबंधन विभाग सतर्क
अपर सचिव आपदा प्रबंधन रामचंद्र डू ने बताया है कि बिहार की विभिन्न नदियों के बढ़े जलस्तर को देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग पूरी तरह से सतर्क है. नदियों के बढ़े जलस्तर से बिहार के 16 जिलों के कुल 130 प्रखंडों की 1,333 पंचायतें प्रभावित हुई है. जहां आवश्यकतानुसार राहत शिविर चलाए जा रहे हैं. समस्तीपुर में 5 और खगड़िया में 1 राहत शिविर चलाए जा रहे हैं. इन सभी 6 राहत शिविरों में कुल 5,186 लोग आवासित हैं. 198 कम्युनिटी किचेन चलाए जा रहे हैं, जिनमें प्रतिदिन 1,60,661 लोग भोजन कर रहे हैं.
राहत और बचाव का कार्य जारी
सभी बाढ़ प्रभावित जिलों में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें राहत और बचाव का कार्य कर रही है और अब तक प्रभावित इलाकों से एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और नाव के माध्यम से करीब 5,50,792 लोगों को निष्क्रमित किया गया है. बाढ़ की स्थिति अब सामान्य हो रही है. उन्होंने बताया कि अब तक बाढ़ प्रभावित 10 लाख 21 हजार 705 परिवारों के बैंक खाते में प्रति परिवार 6,000 रुपये की दर से कुल 613.02 करोड़ रुपये जीआर की राशि भेजी जा चुकी है. लाभान्वित परिवारों को एसएमएस के माध्यम से सूचित भी किया गया है. आपदा प्रबंधन विभाग सम्पूर्ण स्थिति पर लगातार निगरानी रख रहा है.