पटनाः कैबिनेट की अंतिम बैठक के बाद सीएम नीतीश कुमार ने राज्यपाल से मिलकर विधानसभा भंग करने की सिफारिश की और अपना इस्तीफा सौंप दिया. 15 नवंबर को एनडीए विधायक दल की बैठक होगी, उसमें विधायक दल का नेता चुना जाएगा. फिर सरकार गठन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी. इस बीच एक बड़ी राजनीतिक घटना हुई है.
जमुई के चकाई से निर्दलीय विधायक सुमित सिंह आज सीएम नीतीश कुमार से मिलकर उन्हें अपना समर्थन देने की घोषणा की. उस दौरान उनके भाई अजय प्रताप सिंह भी मौजूद थे. बता दें कि सुमित सिंह और अजय प्रताप सिंह पूर्व कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह के बेटे हैं.
581 वोटों से जीते सुमित सिंह
सुमित सिंह ने आरजेडी की सीटिंग विधायक सावित्री देवी को 581 वोटों के अंतर से हराया था. वहीं, उनके भाई अजय प्रताप जमुई से आरएलएसपी के टिकट पर मैदान में थे. लेकिन वहां से बीजेपी प्रत्याशी और अंतर्राष्ट्रीय शूटर श्रेयसी सिंह ने 40,000 से अधिक वोटों से जीत दर्ज की और आरजेडी के सीटिंग विधायक विजय प्रकाश दूसरे नंबर पर रहे.
अंतिम समय में जेडीयू ने नहीं दिया टिकट
सुमित सिंह चकाई से जेडीयू के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले थे. लेकिन अंतिम समय में पार्टी ने उन्हें टिकट देने से मना कर दिया. फिर उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला लिया था. वहीं, उनके भाई अजय प्रताप जमुई से बीजेपी के दावेदार माने जा रहे थे. लेकिन पार्टी ने वहां से अंतर्राष्ट्रीय शूटर श्रेयसी सिंह पर भरोसा जताया.
सुमित सिंह है इकलौते निर्दलीय विधायक
बता दें कि सुमित सिंह एक मात्र निर्दलीय विधायक हैं. चुनाव में एनडीए को बहुमत मिला है. एनडीए के खाते में 125 सीटें हैं. वहीं, महागठबंधन को 110 सीटें मिली है. एआईएमआईएम को 5 और एलजेपी और बीएसपी को 1-1 सीटें मिली है.