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पटना के ज्ञान भवन में दो दिवसीय मखाना महोत्सव का आयोजन, डेमो लगाकर अधिक उत्पादन पर किया गया फोकस

Makhana Mahotsav In Patna: पटना के ज्ञान भवन में दो दिवसीय मखाना महोत्सव का उद्घाटन किया गया. इस दौरान मखाना की बढ़ती डिमांड को देखते हुए इसके उत्पादन पर फोकस किया गया. बताया गया कि अब तालाब की जगह, मखानों का उत्पादन खेतों में भी हो रहा है. पढ़ें पूरी खबर.

पटना के ज्ञान भवन में दो दिवसीय मखाना महोत्सव
पटना के ज्ञान भवन में दो दिवसीय मखाना महोत्सव
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Dec 1, 2023, 4:03 PM IST

पटना के ज्ञान भवन में दो दिवसीय मखाना महोत्सव

पटना: बिहार का मखाना आज देश दुनिया तक पहुंच रहा है. मखाना के उत्पादन में बढ़ोतरी को लेकर हर साल की तरह इस साल भी पटना के ज्ञान भवन में दो दिवसीय मखाना महोत्सव का आयोजन किया गया. मखाना महोत्सव का उद्घाटन बिहार के कृषि सलाहकार डॉ मंगला राय और विभाग के सचिव संजय अग्रवाल के द्वारा दीप प्रज्जवलन कर किया.

महोत्सव में प्रदेश भर के किसान शामिल: इस समारोह में बिहार के विभिन्न जिलों से किसान शामिल हुए हैं. महोत्सव में किसानों ने मखाना का स्टॉल लगाया है. इस महोत्सव के माध्यम से किसानों की आय बढ़ाने को लेकर डेमो लगाया गया है. डेमो में एक तालाब में मछली उत्पादन के साथ-साथ मखाना और पानी फल सिंघाड़ा का भी उत्पादन हो सके, इस पर विशेष फोकस किया गया है.

मछली, सिंघाड़ा और मखाना की खेती पर जोर
मछली, सिंघाड़ा और मखाना की खेती पर जोर

मखाना के उत्पादन पर फोकस: कृषि सचिव संजय अग्रवाल ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि मखाना को जीआई टैग मिल गया है. देश के सभी राज्यों के साथ कई देशों में निर्यात हो रहा है. बिहार में मखाना का उत्पादन ज्यादा हो सके, इस पर विभाग फोकस कर रही है. महोत्सव में डॉक्टरों की टीम मखाना के औषधीय एवं पोषणीय गुण से आम लोगों को जागरूक करने का काम करेगी.

किसानों के लिए लगा डेमो
किसानों के लिए लगा डेमो

किसानों को आर्थिक रूप से मदद: बिहार के उतर बिहार के जिले में भी मखाना खेती पर जोर दिया जाएगा. किसानों को आर्थिक रूप से मदद करने का सरकार काम कर रही है. मछली, सिंघाड़ा और मखाना को उत्पादन से जोड़ने का पहल किया जा रहा है. संजय अग्रवाल ने कहा है कि बिहार की मखाना की डिमांड जितनी बढ़ी है, उतना उत्पादन नहीं हो रहा है. कहा कि मखाना का उत्पादन पहले सिर्फ तालाब में होता था और अब खेतों में भी होने लगा है.

खेतों में मखाना का उत्पादन: बताया गया कि क्योंकि तालाबों की संख्या दिन प्रतिदिन कम होते जा रही है, इसलिए खेतों में किस तरह से मखाना की खेती को बढ़ावा दिया जाए, इस पर विभाग और सरकार काम कर रही है. नॉर्थ बिहार और जल जमाव इलाकों में मखाना की खेती बढ़ावा को लेकर भी सरकार काम करेगी.

उद्घाटन कार्यक्रम पर भीड़
उद्घाटन कार्यक्रम पर भीड़

"मखाना को किस तरह से बढ़ावा मिल सके और किसान की आमदनी बढ़ सके. इसके लिए सरकार सब्सिडी भी दे रही है. मखाना के लिए रिसर्च एक्सीलेंस सेंटर पूर्णिया के भोला पासवान शास्त्री के साथ सरकार काम कर रही है, ताकि बिहार के लोग ज्यादा से ज्यादा मखाना की खेती कर सके."- संजय अग्रवाल, कृषि सचिव

पढ़ें: मखाना को सम्मान: PM मोदी ने मखाना उत्पादन के लिए दरभंगा के DM राजीव रौशन को किया पुरस्कृत

पटना के ज्ञान भवन में दो दिवसीय मखाना महोत्सव

पटना: बिहार का मखाना आज देश दुनिया तक पहुंच रहा है. मखाना के उत्पादन में बढ़ोतरी को लेकर हर साल की तरह इस साल भी पटना के ज्ञान भवन में दो दिवसीय मखाना महोत्सव का आयोजन किया गया. मखाना महोत्सव का उद्घाटन बिहार के कृषि सलाहकार डॉ मंगला राय और विभाग के सचिव संजय अग्रवाल के द्वारा दीप प्रज्जवलन कर किया.

महोत्सव में प्रदेश भर के किसान शामिल: इस समारोह में बिहार के विभिन्न जिलों से किसान शामिल हुए हैं. महोत्सव में किसानों ने मखाना का स्टॉल लगाया है. इस महोत्सव के माध्यम से किसानों की आय बढ़ाने को लेकर डेमो लगाया गया है. डेमो में एक तालाब में मछली उत्पादन के साथ-साथ मखाना और पानी फल सिंघाड़ा का भी उत्पादन हो सके, इस पर विशेष फोकस किया गया है.

मछली, सिंघाड़ा और मखाना की खेती पर जोर
मछली, सिंघाड़ा और मखाना की खेती पर जोर

मखाना के उत्पादन पर फोकस: कृषि सचिव संजय अग्रवाल ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि मखाना को जीआई टैग मिल गया है. देश के सभी राज्यों के साथ कई देशों में निर्यात हो रहा है. बिहार में मखाना का उत्पादन ज्यादा हो सके, इस पर विभाग फोकस कर रही है. महोत्सव में डॉक्टरों की टीम मखाना के औषधीय एवं पोषणीय गुण से आम लोगों को जागरूक करने का काम करेगी.

किसानों के लिए लगा डेमो
किसानों के लिए लगा डेमो

किसानों को आर्थिक रूप से मदद: बिहार के उतर बिहार के जिले में भी मखाना खेती पर जोर दिया जाएगा. किसानों को आर्थिक रूप से मदद करने का सरकार काम कर रही है. मछली, सिंघाड़ा और मखाना को उत्पादन से जोड़ने का पहल किया जा रहा है. संजय अग्रवाल ने कहा है कि बिहार की मखाना की डिमांड जितनी बढ़ी है, उतना उत्पादन नहीं हो रहा है. कहा कि मखाना का उत्पादन पहले सिर्फ तालाब में होता था और अब खेतों में भी होने लगा है.

खेतों में मखाना का उत्पादन: बताया गया कि क्योंकि तालाबों की संख्या दिन प्रतिदिन कम होते जा रही है, इसलिए खेतों में किस तरह से मखाना की खेती को बढ़ावा दिया जाए, इस पर विभाग और सरकार काम कर रही है. नॉर्थ बिहार और जल जमाव इलाकों में मखाना की खेती बढ़ावा को लेकर भी सरकार काम करेगी.

उद्घाटन कार्यक्रम पर भीड़
उद्घाटन कार्यक्रम पर भीड़

"मखाना को किस तरह से बढ़ावा मिल सके और किसान की आमदनी बढ़ सके. इसके लिए सरकार सब्सिडी भी दे रही है. मखाना के लिए रिसर्च एक्सीलेंस सेंटर पूर्णिया के भोला पासवान शास्त्री के साथ सरकार काम कर रही है, ताकि बिहार के लोग ज्यादा से ज्यादा मखाना की खेती कर सके."- संजय अग्रवाल, कृषि सचिव

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