पटनाः आईआईटी और एनआईटी में नामांकन के लिए होने वाले जेईई मेंस की एकल परीक्षा 6 अप्रैल से 10 अप्रैल के बीच होने वाली है. ऐसे में छात्रों के पास तैयारी के लिए काफी कम समय बचा है. इलीट इंस्टिट्यूट के निदेशक डॉ. अमरदीप झा गौतम ने छात्रों को आखिरी समय की तैयारी को लेकर कुछ जरूरी टिप्स दिए.
सिलेबस पर पकड़ मजबूत रखें छात्र
जेईई मेंस की तैयारी कराने वाले शिक्षक अमरदीप झा गौतम ने कहा कि कई बोर्ड की बारहवीं की परीक्षाएं हो चुकी हैं और सीबीएसई बोर्ड की परीक्षा अभी जारी है. इस बार 12वीं की परीक्षा दे रहे छात्र- छात्राओं की सिलेबस पर पकड़ मजबूत होगी. ऐसे में 12वीं की परीक्षा के बाद छात्र- छात्राओं को प्रतिदिन 2 घंटे 12 वीं की सिलेबस पर और बाकि समय 11वीं कक्षा की सिलेबस पर ध्यान देना चाहिए. उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि ऐसी परीक्षाओं में 12वीं की सिलेबस से 60 प्रतिशत और 11वीं कक्षा की सिलेबस से 40 प्रतिशत प्रश्न रहते हैं.
प्रीवियस ईयर क्वेश्चन से होगा इंपॉर्टेंट टॉपिक्स का अंदाजा
डॉ. अमरदीप गौतम ने जेईई मेंस के लिए अपीयर्ड छात्रों को सलाह देते हुए कहा कि वो अपने क्लास नोट्स का हमेशा रिवीजन करते रहें और प्रीवियस ईयर के क्वेश्चन सेट को सॉल्व करने में ज्यादा समय बिताएं. पिछले दो साल से जेईई मेंस एग्जाम का पैटर्न चेंज हुआ है. इसलिए छात्र- छात्राओं को उस पैटर्न के बारे में जानकारी होने से काफी सहायता मिलेगी. इस तरह से अभ्यास करने पर उन्हें जिस चैप्टर से ज्यादा क्वेश्चंस आ सकते हैं उसका अंदाजा हो जाएगा.
एनसीईआरटी की किताबें पढ़ना जरूरी
इलीट इंस्टिट्यूट के निदेशक ने बताया कि जनवरी में जेईई मेंस के फेज वन के एग्जाम में एनसीईआरटी बुक से ज्यादा क्वेश्चन पूछे गए थे. इसीलिए एनसीईआरटी के किताबों को अच्छे तरीके से पढ़ना बहुत जरूरी है. साथ ही उन्होंने ने सलाह देते हुए कहा कि जेईई मेंस के एग्जाम में अच्छे अंक लाने के लिए छात्र- छात्राओं को एनसीईआरटी पर अपनी कमांड मजबूत करना चाहिए.