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अनुसूचित जाति के 100 छात्रों को सिविल सेवा परीक्षा के लिए मुफ्त कोचिंग की सुविधा देगा इग्नू

इग्नू द्वारा अनुसूचित जाति के 100 छात्रों को सिविल सेवा परीक्षा के लिए मुफ्त कोचिंग की सुविधा (ignou will provide free coaching facility to 100 scheduled caste students) दी जाएगी. ये बात पत्रकार वार्ता के दौरान इग्नू के रिजनल सेंटर के क्षेत्रीय निदेशक डॉ अभिलाष नायक ने कही. पढ़ें पूरी खबर..

इग्नू के रिजनल सेंटर के क्षेत्रीय निदेशक डॉ अभिलाष नायक
इग्नू के रिजनल सेंटर के क्षेत्रीय निदेशक डॉ अभिलाष नायक
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Published : Jun 16, 2022, 7:03 PM IST

पटना: इंदिरा गांधी राष्ट्रीय खुला विश्वविद्यालय (इग्नू) के पटना रीजनल सेंटर में गुरुवार को प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया. इस मौके पर इग्नू के क्षेत्रीय निदेशक डॉ अभिलाष नायक (Regional Director of Patna Regional Center of IGNOU Dr Abhilash Nayak) ने बताया कि इग्नू द्वारा सिविल सर्विसेज परीक्षा की तैयारी करने वाले अनुसूचित जाति के 100 छात्रों को प्रीलिम्स और मेंस के लिए मुफ्त कोचिंग कराई जाएगी. इसके लिए टेस्ट का आयोजन किया जाएगा और कोचिंग सुविधा पूरी तरह निशुल्क होगी. इसमें 33 सीटें अनुसूचित जाति के छात्राओं के लिए आरक्षित रहेंगे और ऑनलाइन माध्यम से शिक्षा दी जाएगी.

ये भी पढ़ें-इग्नू का 35वां दीक्षांत समारोहः पटना में 454 स्टूडेंट्स को दिया गया डिग्री सर्टिफिकेट

एमबीए के एक लाख सीट पर नामांकन की अनुमति: इग्नू के पटना रीजनल सेंटर के क्षेत्रीय निदेशक ने बताया कि इग्नू द्वारा यह सुविधा पहली बार शुरू किया जा रहा है और पहले से ही इग्नू के 55 पाठ्यक्रमों में अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के छात्र छात्राओं के लिए निशुल्क शिक्षा का प्रावधान है. उन्होंने बताया कि इग्नू को एआईसीटीई के तरफ से एमबीए में 1 लाख सीट पर नामांकन और एमसीए में 30 हजार सीटों पर नामांकन की अनुमति मिली है. दोनों विषय में 10-10 हजार सीट ऑनलाइन मोड में अवेलेबल होगा. वहीं, बाकी के सीट दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से होंगे.

रिजनल सेंटर पर अब सीट की बाध्यता नहीं: क्षेत्रीय निदेशक ने बताया कि यह सीट पूरे भारतवर्ष में इग्नू के रीजनल सेंटर्स के लिए हैं. ऐसे में सीट की कोई बाध्यता नहीं है कि एक रीजनल सेंटर पर निर्धारित संख्या में ही एमबीए और एमसीए में अभ्यर्थी दाखिला लेंगे. जितना अधिक से अधिक संभव हो सकता है एमबीए और एमसीए के पाठ्यक्रम में लोग अपना नामांकन करा सकते हैं. उन्होंने बताया कि भारत सरकार और यूजीसी ने हाल ही में राज्य पत्र अधिसूचना जारी कर दो पाठ्यक्रम एक साथ करने को मान्यता प्रदान कर दी है. ऐसे में अब इग्नू से दो डिग्री एक साथ किया जा सकता है.

कॉलेज शिक्षकों को प्रशिक्षण देने की दी गई जिम्मेदारी: डॉक्टर अभिलाष नायक ने बताया कि इसके साथ ही नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के बारे में प्रशिक्षण देने के लिए यूजीसी के द्वारा इग्नू को संपूर्ण भारतवर्ष में 15 लाख यूनिवर्सिटी और कॉलेज शिक्षकों को प्रशिक्षण देने की जिम्मेदारी दी गई है. भारत में जो 56 रीजनल सेंटर है इनके माध्यम से ट्रेनिंग दिया जाएगा. पटना रीजनल सेंटर के अंदर 156 एकेडमिक प्रोग्राम चल रहे हैं और जुलाई सेशन का नामांकन भी शुरू हो गया है. नामांकन एक जुलाई से शुरू हुआ है और यह 31 जुलाई तक चलेगा. पिछले बार जुलाई साइकिल में 1205 एडमिशन हुए थे. वहीं, जनवरी साइकिल में 931 एडमिशन हुए और यह काफी अच्छा रहा है.

ये भी पढ़ें-इग्नू पटना के छात्र अब आईआईटी पटना में करेंगे रिसर्च, जल्द साइन होगा MoU

पटना: इंदिरा गांधी राष्ट्रीय खुला विश्वविद्यालय (इग्नू) के पटना रीजनल सेंटर में गुरुवार को प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया. इस मौके पर इग्नू के क्षेत्रीय निदेशक डॉ अभिलाष नायक (Regional Director of Patna Regional Center of IGNOU Dr Abhilash Nayak) ने बताया कि इग्नू द्वारा सिविल सर्विसेज परीक्षा की तैयारी करने वाले अनुसूचित जाति के 100 छात्रों को प्रीलिम्स और मेंस के लिए मुफ्त कोचिंग कराई जाएगी. इसके लिए टेस्ट का आयोजन किया जाएगा और कोचिंग सुविधा पूरी तरह निशुल्क होगी. इसमें 33 सीटें अनुसूचित जाति के छात्राओं के लिए आरक्षित रहेंगे और ऑनलाइन माध्यम से शिक्षा दी जाएगी.

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एमबीए के एक लाख सीट पर नामांकन की अनुमति: इग्नू के पटना रीजनल सेंटर के क्षेत्रीय निदेशक ने बताया कि इग्नू द्वारा यह सुविधा पहली बार शुरू किया जा रहा है और पहले से ही इग्नू के 55 पाठ्यक्रमों में अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के छात्र छात्राओं के लिए निशुल्क शिक्षा का प्रावधान है. उन्होंने बताया कि इग्नू को एआईसीटीई के तरफ से एमबीए में 1 लाख सीट पर नामांकन और एमसीए में 30 हजार सीटों पर नामांकन की अनुमति मिली है. दोनों विषय में 10-10 हजार सीट ऑनलाइन मोड में अवेलेबल होगा. वहीं, बाकी के सीट दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से होंगे.

रिजनल सेंटर पर अब सीट की बाध्यता नहीं: क्षेत्रीय निदेशक ने बताया कि यह सीट पूरे भारतवर्ष में इग्नू के रीजनल सेंटर्स के लिए हैं. ऐसे में सीट की कोई बाध्यता नहीं है कि एक रीजनल सेंटर पर निर्धारित संख्या में ही एमबीए और एमसीए में अभ्यर्थी दाखिला लेंगे. जितना अधिक से अधिक संभव हो सकता है एमबीए और एमसीए के पाठ्यक्रम में लोग अपना नामांकन करा सकते हैं. उन्होंने बताया कि भारत सरकार और यूजीसी ने हाल ही में राज्य पत्र अधिसूचना जारी कर दो पाठ्यक्रम एक साथ करने को मान्यता प्रदान कर दी है. ऐसे में अब इग्नू से दो डिग्री एक साथ किया जा सकता है.

कॉलेज शिक्षकों को प्रशिक्षण देने की दी गई जिम्मेदारी: डॉक्टर अभिलाष नायक ने बताया कि इसके साथ ही नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के बारे में प्रशिक्षण देने के लिए यूजीसी के द्वारा इग्नू को संपूर्ण भारतवर्ष में 15 लाख यूनिवर्सिटी और कॉलेज शिक्षकों को प्रशिक्षण देने की जिम्मेदारी दी गई है. भारत में जो 56 रीजनल सेंटर है इनके माध्यम से ट्रेनिंग दिया जाएगा. पटना रीजनल सेंटर के अंदर 156 एकेडमिक प्रोग्राम चल रहे हैं और जुलाई सेशन का नामांकन भी शुरू हो गया है. नामांकन एक जुलाई से शुरू हुआ है और यह 31 जुलाई तक चलेगा. पिछले बार जुलाई साइकिल में 1205 एडमिशन हुए थे. वहीं, जनवरी साइकिल में 931 एडमिशन हुए और यह काफी अच्छा रहा है.

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