पटना: इग्नू पटना को देशभर के 56 रीजनल सेंटर (56 Regional Centers Of Across Country) में इस वर्ष सर्वश्रेष्ठ रीजनल सेंटर का पुरस्कार (Best Regional Center Award) प्राप्त हुआ है. यह पुरस्कार 19 नवंबर को नई दिल्ली में इग्नू के स्थापना दिवस के मौके पर दिया गया. इस संबंध में प्रेस वार्ता कर जानकारी देते हुए इग्नू पटना के क्षेत्रीय निदेशक डॉ अभिलाष नायक (Patna Regional Director Dr Abhilash Nayak) ने बताया कि यह बड़े गौरव की बात है कि इग्नू पटना रीजनल सेंटर की स्थापना के 32 वर्ष हो चुके हैं और पहली बार इस वर्ष सर्वश्रेष्ठ रीजनल सेंटर का पुरस्कार प्राप्त हुआ है. उन्होंने बताया कि इग्नू पटना को यह अवार्ड शक्ल शिक्षा अनुपात में अपने महत्वपूर्ण योगदान के लिए दिया गया है. डॉक्टर अभिलाष नायक ने बताया कि इग्नू पटना में नामांकन के लिए शिक्षार्थियों की संख्या लगातार बढ़ रही है और साल 2018 में जहां इग्नू से सर्टिफिकेट और डिग्री कोर्स कर रहे शिक्षार्थियों की संख्या 39497 थी वहीं इस वर्ष 71182 हो गई है.
ये भी पढ़ें- खुशी तो देखिए.. उम्र 58 साल.. अब जाकर बनी पॉलिटिकल साइंस में मास्टर
'ऑनलाइन सहज सेवाओं के कारण इग्नू के प्रति लोगों में उत्साह बढ़ा है और साल 2022 में दो हजार से ज्यादा ऑनलाइन काउंसलिंग क्लास आयोजित किए गए. तीन लाख से अधिक असाइनमेंट जमा किए गए. इग्नू पटना के रीजनल सेंटर में नवाचार और उद्यमिता विकास को बढ़ावा देने के लिए अनेक कार्यशाला और सेमिनार आयोजित किए गए हैं और नवाचार क्लब की भी स्थापना की गई है. हर साल इग्नू के माध्यम से जेल के हजारों कैदी शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं. सर्टिफिकेट और डिग्री कोर्स करके अपना एकेडमिक बढ़ा रहे हैं. पटना रीजनल सेंटर में 222 पाठ्यक्रम चलते हैं जिसमें 56 पाठ्यक्रम ऐसे हैं जिसमें एससी और एसटी के छात्रों के लिए पूरी व्यवस्था निशुल्क है. रजिस्ट्रेशन से लेकर पढ़ाई की. इग्नू पटना के रीजनल सेंटर से स्नातक करने वाली लड़कियों को मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के तहत 50,000 की सहायता राशि प्राप्त होती है और इसके लिए वह राज्य सरकार को धन्यवाद देते हैं.' - डॉ अभिलाष नायक, क्षेत्रीय निदेशक, इग्नू पटना
पटना इग्नू को बेस्ट रीजनल सेंटर का अवार्ड मिला : डॉक्टर अभिलाष नायक ने बताया कि मंगलवार 22 नवंबर को बिहार सरकार के शिक्षा विभाग से इग्नू पटना के रीजनल सेंटर (IGNOU Patna Regional Center) को संवर्धन प्रोग्राम चलाने का प्रस्ताव आया है. बिहार के प्राइमरी स्कूलों में लगभग 5000 की संख्या में बीएड टीचर हैं. इन्हें कक्षा 5 से ऊपर के बच्चों को पढ़ाने का प्रशिक्षण है लेकिन प्राइमरी के बच्चों को पढ़ाने का प्रशिक्षण नहीं है. ऐसे में इन्हें प्रशिक्षित करने के लिए संवर्धन कोर्स इग्नू पटना की ओर से शुरू किया जाएगा. यह 6 महीने का कोर्स होगा और सरकार के इस प्रस्ताव का प्रपोजल इग्नू हेड ऑफिस नई दिल्ली को भेज दिया गया है और वहां से भी इस पर सकारात्मक का रिस्पांस मिला है. संवर्धन प्रोग्राम की रूपरेखा तैयार कर जल्द ही इसे शुरू की जाएगी और b.ed प्राइमरी शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाएगा.
IGNOU में पढ़ने वाले छात्रों को प्लेसमेंट मुहैया कराने की तैयारी : डॉक्टर अभिलाष नायक ने बताया कि इग्नू में पढ़ने वाले छात्रों को प्लेसमेंट मुहैया कराने के लिए भी इग्नू लगातार कार्य कर रहा है और हेड ऑफिस नई दिल्ली के माध्यम से प्लेसमेंट आयोजित कर छात्रों को प्लेसमेंट दिलाने की कोशिश की जा रही है. बिहार के कॉमफेड से प्लेसमेंट कैंप आयोजित करने के लिए बातचीत का दौर आखिरी चरण में है. इग्नू की तरफ इन दिनों नए बच्चों का भी रुझान बढ़ा है और रीजनल सेंटर में फिजिकल मोड में क्लासेज भी चलाए जाते हैं जहां कई बच्चे आते हैं और अपना टॉपिक क्लियर करते हैं.