पटना: सुर्खियों में रहनेवाले IAS केके पाठक एक बार फिर चर्चा में हैं. इस बार उनपर एक ठेकेदार ने बड़ा आरोप लगाया है. पीड़ित ठेकेदार ने बताया कि केके पाठक ने बॉडीगॉर्ड का रिवॉल्वर छीनकर कनपटी पर सटा दी. साथ ही जान से मारने की धमकी दी.
ठेकेदार गुड्डू सिंह ने कहा कि पहले तो चैंबर में प्रधान सचिव केके पाठक ने बदतमीजी की. फिर थप्पड़ मारा. इसके बाद धक्का मारते हुए चैंबर से बाहर निकाल दिया. उन्होंने कई अधिकारियों के बीच बॉडीगॉर्ड के डंडे से पिटाई भी की. पीड़ित ठेकेदार गुड्डू ने ये भी कहा कि उनकी ओर से किसी भी तरह का अभद्र व्यवहार नहीं किया गया था.
क्या है मामला
दरअसल, लघु सिंचाई विभाग के प्रधान सचिव केके पाठक पर एक ठेकेदार के साथ गाली-गलौज और मारपीट कर रिवाल्वर दिखाने का मामला दर्ज किया गया है. आरोपी ठेकेदार गुड्डू सिंह ने पटना के सचिवालय थाना में मामला दर्ज कराया है. मां शकुंतला इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड के एमडी गुड्डू सिंह ने बताया कि उन्हें नालंदा जिले के रहुई पुलहा में लघु सिंचाई विभाग की ओर से कुछ काम मिला था. हाल में हुई भारी बारिश के कारण निर्माण कार्य में कुछ नुकसान हुआ था. हालांकि कार्यपालक अभियंता के आदेश पर उस टूटे हुए निर्माण को ठीक करा लिया गया. इसी कड़ी में मंगलवार को गुड्डू सिंह के मोबाइल पर विभाग के अधिकारी का फोन आया और उन्होंने गुड्डू सिंह को अपने पार्टनर के साथ विभाग बुलाया.
ठेकेदार को जान से मारने की धमकी
बुधवार को गुड्डू सिंह अपने पार्टनर के साथ लघु सिंचाई विभाग पहुंचे. इसके बाद विभाग के प्रधान सचिव केके पाठक ने गुड्डू सिंह और उनके पार्टनर के साथ गाली गलौज किया. जब दोनों ने इसका विरोध किया तो कनपट्टी पर पिस्टल रखकर जान से मारने की धमकी दे दी.
थाने में मामला दर्ज
पीड़ित ठेकेदार गुड्डू सिंह ने बताया कि केके पाठक ने उन लोगों के साथ काफी अभद्र व्यवहार किया. इस बात की शिकायत करने जब वो पटना के सचिवालय थाना पहुंचे तो थानेदार भी मामला दर्ज करने में आनाकानी करने लगे. मीडियाकर्मी के पहुंचने के बाद थाने में मामला दर्ज हुआ.
कौन हैं केके पाठक
- बिहार के सुपरकॉप IAS अफसर केके पाठक पर हाईकोर्ट भी जुर्माना ठोक चुका है.
- मनमानी कार्रवाई का लगा था आरोप.
- पटना हाईकोर्ट ने 1 लाख 75 हजार का जुर्माना लगाया था.
- एसबीआई के 7 ब्रांच मैनेजरों पर की थी कार्रवाई.
- मनमाने तरीक से आदेश पारित करने का आरोप था.