पटना: महिला विकास निगम की एमडी हरजोत कौर (CDC MD Harjot Kaur) के कंडोम वाले बयान को लेकर बवाल मचा है. सीएम नीतीश कुमार ने भी मामले को गंभीरता से लिया है. इन सबके बीच हरजोत कौर ने अपने विवादित बयान को लेकर माफी मांगी है. आईएएस हरजोत कौर ने पत्र जारी कर कहा कि अगर मेरे बयान से किसी को ठेस पहुंची है तो इसके लिए खेद व्यक्त करती हूं.
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IAS हरजोत कौर ने मांगी माफी: हरजोत कौर बुमराह ने अपने माफीनामे में लिखा है कि " कुछ शब्दों के कारण अगर किसी बालिका या प्रतिभागी की भावनाओं को ठेस पहुंची है तो इसके लिए मैं हरजोत कौर बुमराह्, अध्यक्ष सह प्रबंधक निदेशक खेद व्यक्त करती हूं. इसका उद्देश्य किसी को नीचा दिखाने या किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का नहीं था बल्कि उन्हें आगे बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित करना था.
"पितृसत्तात्मक समाज द्वारा लड़कियों को दूसरे पर अपनी जरूरतों के लिए आश्रित रहना सिखाया जाता है. साथ ही लड़का-लड़की की परवरिश में भेद-भाव कर लड़की को अपने को अबला, निस्सहाय मानना भी सीखा दिया जाता है. घर के बाहर वे सुरक्षित नहीं हैं, यह बात भी दिमाग में डाल दी जाती है, जिस कारण वह स्वयं ही इन मानसिक जंजीरों में जकड़ कर अपने विकास के रास्ते को सुविधा होते हुए भी नहीं चुनती है. इस क्रम में कही गई कुछ शब्दों के कारण अगर किसी बालिका की भावना को ठेस पहुंची है तो मैं खेद व्यक्त करती हूं."- हरजोत कौर, एमडी,महिला विकास निगम
जानें क्या है मामला? दरअसल, बिहार महिला एवं बाल विकास निगम की प्रमुख कौर दरअसल एक कार्यक्रम में आई थीं. यहां एक स्कूली छात्रा ने जब उनसे सवाल किया कि क्या सरकार 20-30 रुपये का सेनेटरी पैड नहीं दे सकती? जिसके जवाब में महिला अधिकारी ने यहां तक कह दिया कि आज सरकार से 20-30 रुपये के सैनिटरी पैड की मांग है. परिवार नियोजन की बात आने पर क्या निरोध ( Harjot Kaur Controversial Reply To Condom) भी देना होगा. निगम और यूनिसेफ द्वारा आयोजित 'सशक्त बेटी, समृद्ध बिहार' कार्यक्रम में छात्रों के सवालों और अधिकारी के तीखे और चिड़चिड़े जवाबों का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.
छात्रा की डिमांड पर IAS का तर्कहीन जवाब: एक छात्र ने बम्हरा से पूछा कि सरकार छात्रों को स्कूल ड्रेस, छात्रवृत्ति, साइकिल और कई अन्य सुविधाएं प्रदान कर रही है, क्या वह छात्राओं को 20 से 30 रुपये में सैनिटरी पैड प्रदान नहीं कर सकती. बम्हरा ने कहा कि लोग सवाल पर ताली बजाते हैं लेकिन ये अंतहीन मांगें हैं. आज सरकार आपको 20 से 30 रुपये में सैनिटरी पैड मुहैया कराएगी. फिर आप जींस, पैंट और फिर खूबसूरत जूते मांगते हैं. लेकिन वह यहीं नहीं रुकीं. "जब परिवार नियोजन की बात आती है, तो क्या सरकार आपको कंडोम (निरोध) देगी. मुझे सरकार से सब कुछ मुफ्त लेने की आदत क्यों होगी? इसकी क्या जरूरत है?