पटनाः बीजेपी सांसद सुशील कुमार मोदी ने ललन सिंह पर बयान देते हुए कहा था कि ललन सिंह को इस्तीफा दे देना चाहिए. इस पर जदयू राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने पलटवार करते हुए कहा कि सुशील मोदी ही मुझे सांसद चुनकर भेजे हैंं, क्या जो मैं इस्तीफा दे दूं. उन्होंने कहा कि वह आज तक सिर्फ एक बार ही पूरे राजनीतिक कैरियर में चुनाव जीते हैं. अभी वह राज्यसभा सांसद है और जो चुनाव जीते थे, वह किसकी मेहरबानी से जीते थे वह भी मैं जानता हूं. सुशील मोदी मुझ से इस्तीफा मांग रहे हैं ताकि वह अपना 2024 सुरक्षित कर सके.
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'देश के प्रधानमंत्री को अपना इस्तीफा देना चाहिए': जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष सांसद ललन सिंह ने सुशील मोदी को सलाह दी कि वह अपना भविष्य देखें, हमारी चिंता छोड़ दें. मैं जनता के आशीर्वाद से चुनकर संसद बना हूं. ललन सिंह ने कहा कि जब तक मुंगेर लोकसभा क्षेत्र की जनता का आशीर्वाद मेरे ऊपर रहेगा मैं सुशील मोदी जैसे लोगों की परवाह नहीं करता. जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि अगर इस देश में किसी को इस्तीफा देना चाहिए तो वह इस देश के प्रधानमंत्री को अपना इस्तीफा देना चाहिए. देश के प्रधानमंत्री को इस देश के दलित आदिवासी समुदाय के लोगों और इस देश की महिलाओं से क्षमा मांगना चाहिए.
"मैं तो प्रधानमंत्री से आग्रह करूंगा कि सुशील मोदी जी आपके पक्ष को बहुत ही अच्छे ढंग से पेश करते हैं. मैं प्रधानमंत्री से आग्रह करूंगा कि 2024 में कृपया उन्हें फिर से रिन्यू कर दीजिएगा. आज तक वो सिर्फ एक बार ही पूरे राजनीतिक कैरियर में चुनाव जीते हैं. अभी वह राज्यसभा सांसद हैं और जो चुनाव जीते थे, वह किसकी मेहरबानी से जीते थे वह भी मैं जानता हूं"- ललन सिंह, राष्ट्रीय अध्यक्ष, जदयू
नए संसद भवन को लेकर कही ये बातः वहीं, नए संसद भवन के शिलान्यास पर ललन सिंह ने कहा कि कि जब नए संसद भवन का शिलान्यास किया गया उस समय भी महादलित राष्ट्रपति थे. उनसे भी शिलान्यास नहीं कराया गया और खुद प्रधानमंत्री ने शिलान्यास किया. जब एक दलित समाज की महिला को उन्होंने राष्ट्रपति बनाया था तो पूरे देश में पीठ थपथपवा रहे थे कि मैंने एक दलित महिला को राष्ट्रपति बनाया और आज जब नए संसद भवन का उद्घाटन राष्ट्रपति से करवाना चाहिए तो उन्हें उनके हक से वंचित किया जा रहा है. ललन सिंह ने कहा कि उनके पार्टी के नेता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हमेशा से दलित आदिवासी और खास करके महिलाओं का सम्मान किया है. हम लोग महागठबंधन के साथ सरकार में थे और जब एनडीए की तरफ से एक दलित को उम्मीदवार बनाया गया तो नीतीश कुमार जी ने कहा कि हम लोग एनडीए के उम्मीदवार का समर्थन करेंगे.