पटनाः बिहार में कोरोना के मामलों में लगातार तेजी आ रही है. कोविड संक्रमण के कारण मरने वाले मरीजो की संख्या में भी रोज इजाफा हो रहा है. कोरोना का दूसरा फेज इतना आक्रामक है कि देश सहीत राज्य का स्वास्थ्य ढांचा चरमरा गया है. कहीं मरीजों को ऑक्सीजन की कमी से जूझना पड़ रहा है तो कहीं अस्पतालों में बेड की कमी हो गई है, वहीं कई जगहों से डाॅक्टरों की लापरवाही की खबरें भी आ रही हैं. इसी बीच पटना हाईकोर्ट के आदेश पर स्तिथि का जायजा लेने मानवाधिकार आयोग के सचिव तथा एम्स के अधिकारी रहे NMCH पहुंचे है.
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उच्य न्यायालय के आदेश पर पहुंचे थे अधिकारी
राजधानी पटना में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच कोविड अस्पतालों की व्यवस्था चरमरा गई है. वही उच्य न्यायालय के आदेश पर मानवाधिकार आयोग की टीम पटनासिटी के अगमकुआं स्थित NMCH अस्पताल में निरीक्षण करने पहुंची थी. जहां पटना AIIMS के निदेशक भी मौजूद रहे. वहीं इस दौरान NMCH के अधीक्षक ने कार्यालय में अस्पताल की वर्तमान स्थिति पर चर्चा की और इसके बाद अस्पताल के सभी विभागो का दौरा करा कर स्तिथि के बारे में अधिकारियों काे बताया.
मानवाधिकार आयोग के सचिव ने साध ली चप्पी
जब NMCH के दौरे को लेकर मानवाधिकार आयोग के सचिव राजीव कुमार से मीडिया ने बात करनी चाही तो उन्होंने स्तिथि पर चुप्पी साध ली. वहीं एम्स के निदेशक डॉ प्रभात कुमार सिंह ने कहा कि अभी जो देश मे अचानक जो विपदा आई है, उसका हमसब को मिलकर सामना करेना है. उन्होंने कहा कि कमी न निकालकर सकारात्मक बातों पर ध्यान देकर हमें मरीजों को बचाना है. डॉ प्रभात कुमार सिंह ने बताया कि आज से 500 बेड पर अस्पताल में काम चल रहा है, बहुत जल्द बेड बढेंगे. बताते चले कि उच्य न्यायालय के आदेशानुसार मानवाधिकार आयोग के सचिव निरीक्षण करने पहुँचे थे. इस दौरान पटनासिटी के कोविड अस्पताल NMCH और पटना AIIMS के निदेशक भी रहे मौजूद.