पटना: बिहार में किसान आंदोलन को लेकर राजनीति तेज है. विपक्षी दलों का महागठबंधन जहां 30 जनवरी को किसान आंदोलन के समर्थन में मानव श्रृंखला आयोजित करने जा रहा है, वहीं भाजपा का दावा है कि मानव श्रृंखला फ्लॉप होगी.
भाजपा के नेता और राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने शुक्रवार को कहा कि नये कृषि कानून के विरुद्ध किसानों को गुमराह कर जिन लोगों ने दिल्ली को दो महीने तक घेरे रखा, करोडों लोगों को आर्थिक चोट पहुंचायी और गणतंत्र दिवस पर हिंसा-तोड़फोड़ करते हुए तिरंगे का अपमान किया, उन्हें अब देश के गुस्से का शिकार होना पड़ रहा है.
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उन्होंने कहा, "भारत-विरोधी एजेंडा चलाने वाले बिचैलियों, खालिस्तानियों का साथ देकर कांग्रेस, राजद और वामदल पूरी तरह बेनकाब हो चुके हैं. ये लोग बिहार में गणतंत्र के शत्रुओं का दुस्साहस बढ़ाने के लिए जो मानव श्रृंखला बनाने वाले हैं, उसकी कड़ियां बनने से पहले बिखर जाएंगी."
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भारत-विरोधी एजेंडा चलाने वाले बिचौलियों - खालिस्तानियों का साथ देकर कांग्रेस, राजद और वामदल पूरी तरह बेनकाब हो चुके हैं।
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ये लोग बिहार में गणतंत्र के शत्रुओं का दुस्साहस बढ़ाने के लिए जो मानव श्रृंखला बनाने वाले हैं, उसकी कड़ियां बनने से पहले बिखर जाएंगी।
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ये लोग बिहार में गणतंत्र के शत्रुओं का दुस्साहस बढ़ाने के लिए जो मानव श्रृंखला बनाने वाले हैं, उसकी कड़ियां बनने से पहले बिखर जाएंगी।
मोदी ने अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर लिखा, "बिहार की राजग सरकार ने 2006 में किसानों को मंडी में फसल बेचने की बाध्यता से मुक्ति दिलायी, कृषि रोड मैप लागू किया, पहली बार किसान महापंचायत बुलाकर विशेषज्ञों की राय ली, कृषि उपकरणों की खरीद पर सब्सिडी दी और 2018 में हर गांव तक बिजली पहुंचाकर डीजल पम्प से सिंचाई का बोझ खत्म किया."
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उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने अपने 15 साल के राज में किसानों के लिए कुछ नहीं किया, वे किसानों के हमदर्द बनने के लिए मानव श्रृंखला बनाने के बहाने सड़क पर उत्पात करना चाहते हैं.