पटनाः इंटर की परीक्षा (inter exam 2023) नजदीक है. ऐसे में परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्र के लिए बहुत कम समय बच गया है. बहुत ऐसे छात्र हैं, जिनकी तैयारी किसी कारण से पूरी नहीं हो पाई हो, उन्हें परेशान होने की जरूरत नहीं है. सबसे पहले गणित की परीक्षा है. ऐसे में कम समय में गणित विषय की तैयारी कैसे करें इसके बारे में बता रहे हैं चौधरी देवीपद प्लस टू मिलर हाई स्कूल के प्राचार्य विनय कुमार सिंह.
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नया कुछ सीखने के बजाय समराइज करेंः विनय कुमार सिंह पटना स्थित चौधरी देवीपद प्लस टू मिलर हाईस्कूल के प्राचार्य हैं. उन्होंने बताया कि परीक्षा शुरू होने में एक महीने से कम समय है. परीक्षा की तैयारी के लिए छात्रों को तनाव लेने की आवश्यकता नहीं है. समय काफी कम शेष बचा है इसलिए नया कुछ सीखने के बजाय समराइज करके पढ़ने की कोशिश करें. उन्होंने बताया कि मैथमेटिक्स में 50 अंकों के मल्टीपल चॉइस क्वेश्चन पूछे जाते हैं जिसके लिए कुल 100 प्रश्न होते हैं.
50 ऑब्जेक्टिव को हल करना हैः 100 मल्टीपल चॉइस क्वेश्चन में से 50 को हल करना होता है. ऐसे में इस को हल करने के लिए जरूरी है कि मैथमेटिक्स के सभी पार्ट कैलकुलस, ट्रिगोनोमेट्री, अलजेब्रा, स्टैटिक्स, कोऑर्डिनेट ज्योमेट्री, सेट थ्योरी, सभी पार्ट को बेहतर तरीके से पढ़ ले. क्योंकि सभी पार्ट से प्रश्न पूछे जाते हैं. कैलकुलस, कोऑर्डिनेट ज्योमेट्री, अलजेब्रा से प्रश्न अधिक पूछे जाते हैं, लेकिन सभी टॉपिक की तैयारी बेहतर तरीके से करना जरूरी है.
मॉडल पेपर को हल करेंः विनय सिंह ने बताया कि परीक्षा की तैयारी के लिए बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने इंटरमीडिएट परीक्षा को लेकर जो मॉडल पेपर जारी किया है. उस मॉडल पेपर को छात्र पूरी तरीके से हल कर लें. यह देखा जाता है कि परीक्षा में पूछे जाने वाले प्रश्न उसी मॉडल पेपर से होते हैं या मॉडल पेपर में पूछे गए प्रश्नों से सीमिलर प्रश्न होते हैं. मॉडल पेपर यदि छात्र सॉल्व कर लेते हैं तो परीक्षा में प्रश्न कैसे पूछे जाएंगे और कितने समय में कैसे क्वेश्चन को हल करना है इसका कॉन्सेप्ट क्लियर हो जाएगा.
बहुत सारे गेस पेपर नहीं पढ़ेंः शिक्षक विनय कुमार सिंह ने बताया कि मार्केट में बहुत सारे गेस पेपर आते हैं. लेकिन वह छात्रों से यही कहेंगे कि अंतिम समय में प्रैक्टिस के लिए एनसीईआरटी और केसी सिंहा के मैथमेटिक्स बुक को ही फॉलो करें. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने जो मॉडल पेपर निकाला है उसे प्रैक्टिस करें. मार्केट में जो बहुत सारे गेस पेपर आते हैं उनकी विश्वसनीयता अधिक नहीं है. यदि छात्र अधिक प्रैक्टिस करने के लिए 3-4 कंपनियों के गेस पेपर सॉल्व करते हैं तो यह उनके कन्फ्यूजन को और बढ़ा सकता है.
"गणित विषय की तैयारी के लिए सभी थ्योरम को बढ़िया से समझ ले. क्योंकि जब थ्योरम समझ में आ जाता है तो क्वेश्चन कैसे हल करना है इसका कॉन्सेप्ट काफी हद तक क्लियर हो जाता है. अंतिम समय में तैयारी तनाव लेकर न करें बल्कि रिलैक्स होकर करें. जो टॉपिक बेहतर आता है उस पर अपनी कमांड और मजबूत करें. सबसे ज्यादा जरूरी है छात्र गणित के फॉर्मूला को भी याद रखें. जिससे प्रश्न हल करने में परेशानी होगी." - विनय कुमार सिंह, प्राचार्य, मिलर हाईस्कूल, पटना