पटना: देशभऱ में कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर के दौरान पिछले 24 घंटे में एक दिन में एक लाख से ज्यादा कोरोना के नए केस सामने आए हैं. बिहार में कोरोना संक्रमण भी तेजी से बढ़ रहा है. ऐसे में अब ये सवाल उठ रहा है कि, भारत में कोरोना की तीसरी लहर (Corona Third Wave ) का पीक कब तक रहेगा. साथ ही संक्रमण में गिरावट की संभावना कब देखी जाएगी? इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. सहजानंद प्रसाद सिंह के मुताबिक, भारत में तीसरी लहर के पीक की शुरुआत हो गयी है. जनवरी के अंत होते-होते संक्रमण के नए मामलों में कमी आनी शुरू हो जाएगी.
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इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर सहजानंद प्रसाद सिंह ने ईटीवी भारत से एक्सक्लूसिव बातचीत में बताया कि, अभी के समय प्रतिदिन नए मामलों की संख्या बढ़ रही है. लेकिन अभी अच्छी बात ये है कि लोगों में संक्रमण गंभीर रूप नहीं ले रहा है. ऐसे में पैनिक होने की आवश्यकता नहीं है. अभी के समय 90 फीसदी मामले एसिंप्टोमेटिक मिल रहे हैं. लोगों को पता भी नहीं चल पा रहा है. इस दौरान लोग ठीक हो जा रहे हैं. जिन्हें कुछ सिम्टम्स भी हो रहे हैं तो हल्की सर्दी खांसी के साथ 1 सप्ताह में ठीक हो जा रहा है.
'अगर किसी को कोरोना के लक्षण दिखे तो अपने घर पर भी मास्क पहन कर रहे. जिन लोगों के लिए वैक्सीन की थर्ड डोज यानी कि प्रिकॉशनरी डोज की शुरुआत की गई है. उन्हें जरूर समय पर तीसरी डोज ले लेनी चाहिए. तीसरी लहर को लेकर पूरे देश और बिहार में भी तैयारियां अच्छी हैं, स्वास्थ्य महकमा अलर्ट पर है. हाल ही में तीसरी लहर को लेकर के देशभर के चिकित्सकों की बैठक हुई है. जिसमें 123 चिकित्सक शामिल हुए हैं. इसमें अभी के संक्रमण की स्थिति को लेकर के क्या करना है और तमाम स्थितियों के बारे में विस्तार से चर्चा हुई थी.' :- डॉ. सहजानंद प्रसाद सिंह, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष
डॉ. सहजानंद प्रसाद सिंह ने बताया कि, अभी के समय देखने को मिल रहा है कि, गांव में अगर कहीं किसी को कोरोना होने पर लोग हवा बना दे रहे हैं. संक्रमित से कोई मिलने नहीं जा रहा है. ऐसे में उसकी केयरिंग अच्छी नहीं हो रही है. मरीज की तबीयत बिगड़ रही है. ऐसा नहीं करना है, बहुत घबराने की बात नहीं है. उन्होंने बताया कि संक्रमण की स्थिति को देखें तो चिकित्सा जगत और साइंटिफिक फील्ड का मानना है कि मार्च के बाद से इससे निजात मिलने की संभावना है.
डॉक्टर सहजानंद सिंह ने कहा कि, प्रदेश में अभी संक्रमण के जिस प्रकार के मामले सामने आ रहे है ऐसा कहा जा सकता है कि संक्रमण के पीक की शुरुआत हो गई है और जनवरी के बाद से संक्रमण के मामलों में गिरावट देखने को मिलेगी. प्रदेश में भी के समय यह देखने को मिल रहा है कि लोग जांच कराने पर कोई पॉजिटिव निकल रहे हैं. उसके बाद वे घर तक आने के लिए सार्वजनिक वाहन का सहारा ले रहे हैं. बाजारों में कई बार ऐसे लोग लापरवाही से घूमते भी नजर आ रहे हैं. कई लोग संक्रमित होने के बावजूद कार्यालयों में काम कर रहे हैं.
'बिना जांच कराए लोग एयरपोर्ट के रास्ते भी आ रहे हैं. इस दौरान जांच में पॉजिटिव निकल रहे हैं. ऐसे में संक्रमण विस्फोट होने का खतरा बढ़ गया है. यदि किसी में संक्रमण के लक्षण हैं तो उसे आइसोलेट होते हुए हुए जांच करा लेना चाहिए. घर में मास्क पहनकर रहना चाहिए. स्वस्थ हुए तो बगैर मास्क बाहर नहीं घूमना चाहिए. अगर संक्रमित लोग बाहर लापरवाही करके घूमते हैं तो यह उनके और समाज में लोगों के स्वास्थ्य के लिए दुष्प्रभावी हो सकता है. अभी के समय बेवजह घर से बाहर नहीं निकले और कोरोना के सरकार के बनाए नियमों का पालन करें.' :- डॉ. सहजानंद प्रसाद सिंह, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष
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