नई दिल्ली/पटना: बाहुबली विधायक अनंत सिंह शुक्रवार को साकेत कोर्ट में सरेंडर कर चुके हैं. वहीं बिहार पुलिस की महिला आईपीएस अफसर लिपि सिंह इस केस की तफ्तीश करने एक सांसद की गाड़ी से साकेत कोर्ट पहुंची. यह खबर सामने आने के बाद बवाल मच गया है. सवाल यह है कि एक IPS अफसर अपनी ड्यूटी के दौरान एक सांसद की गाड़ी का इस्तेमाल कैसे कर सकती हैं? बताया जा रहा है कि जिस गाड़ी से वह कोर्ट पहुंची हैं, उस पर एमपी की स्टीकर लगी हुई थी और वो उनके पिता आरसीपी सिंह की है.
क्या है पूरा मामला
बिहार के मोकामा से निर्दलीय विधायक अनंत सिंह ने शुक्रवार को दिल्ली के साकेत कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया था. दरअसल उनको पिछले कई दिनों से बिहार पुलिस तलाश कर रही थी. आरोप लग रहा था कि उनके घर से बम और एके 47 राइफल मिला है. तभी से बिहार पुलिस उनकी तलाश कर रही थी. लेकिन वह लगातार वीडियो जारी कर रहे थे, जिसमें वह बता रहे थे कि वह बिहार पुलिस को समर्पण नहीं करेंगे. वह न्यायालय को समर्पण करेंगे. जिसके बाद कल उन्होंने दिल्ली के साकेत कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया.
वीडियो जारी कर खुद को बताया था निर्दोष
बता दें कि अनंत सिंह की गिरफ्तारी के लिए 20 अगस्त को पुलिस मुख्यालय ने एसआईटी का गठन किया था. उसके बाद अनंत सिंह की कुर्की जब्ती के आदेश लेने की प्रक्रिया में पुलिस जुट गई थी. इसी बीच अनंत सिंह ने 3 बार अलग-अलग ठिकानों से अपना वीडियो जारी कर पटना पुलिस और बिहार सरकार के दो मंत्रियों पर गंभीर आरोप लगाए थे. उन्होंने कहा था कि वह निर्दोष हैं और पुलिस पर उनका भरोसा नहीं है. वह न्यायालय के समक्ष अपना आत्मसमर्पण करेंगे.
कई तरह के उठ रहे हैं सवाल
कल सरेंडर करने के बाद आज एक बार फिर साकेत कोर्ट में अनंत सिंह की पेशी हो रही है, जिसके बाद उन्हें ट्रांजिट रिमांड पर बिहार पुलिस को सौंप दिया जाएगा. आईपीएस लिपि सिंह इसी काम के लिए पटना से दिल्ली आई हैं, हालांकि इस दौरान वो एमपी का स्टीकर लगी गाड़ी में कोर्ट पहुंची, जिसके बाद कई तरह के सवाल उठने लगे हैं.