पटना: बिहार में 17वीं विधानसभा के लिए मंत्रीमंडल का गठन हो चुका है. वहीं, पहला शीतकालीन सत्र 23 नवंबर से 27 नवंबर तक चलेगा. इस सत्र के क्रियान्वयन के लिए विधायकों को बुलावा भेजा गया है. कोरोना महामारी को देखते हुए सरकार ने विधायकों के रहने की व्यवस्था सुनिश्चित की है. लिहाजा, पटना प्रशासन को विधायकों के ठहरने के लिए होटलों की बुकिंग करने के लिए निर्देशित किया गया है.
जानकारी मुताबिक तकरीबन 150 विधायकों को ठहरने के लिए राजधानी पटना के लगभग 6 होटलों में कमरों की बुकिंग करायी जा रही है. जिन होटलों में विधायकों के ठहरने की व्यवस्था की जा रही है, उनमें होटल इंटरनेशनल, होटल सम्राट मारवाड़ी, पटना जंक्शन स्थित होटल सिटी सेंटर हैं. होटल मालिकों से मिली जानकारी के अनुसार पटना डीएम की तरफ से इन होटलोंं को आरक्षित रखने का पत्र भेजा गया है.
परंपरा के अनुसार सरकार गठन के बाद सरकार राज्यपाल के अनुमति से सत्र आहूत करती है. इसमें प्रथम 2 दिन नवनिर्वाचित सदस्यों का शपथ ग्रहण होता है, उसके उपरांत विधानसभा के अध्यक्ष का चुनाव होता है. आमतौर पर पहला सत्र सात दिवसीय होता है, आपको बता दें कि प्रोटेम स्पीकर ही सभी माननीय सदस्यों को शपथ दिलाएंगे और विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव कराएंगे.
मिलेंगे 35 हजार प्रतिमाह
विधानसभा कोटे के करीब 100 आवास निर्माण अधीन है इसलिए जिन नए सदस्यों को पटना में रहने की व्यवस्था नहीं है. वैसे सदस्यों को विधानसभा की व्यवस्था के तहत रह सकते हैं. निर्वाचित विधायक अपनी व्यवस्था के तहत भी रह सकते हैं और इसके लिए विधानसभा की ओर से उन्हें प्रतिमाह 35 हजार दिए जाएंगे. पुराने सदस्य जो चुनाव हार चुके हैं, वह अपना आवास खाली करेंगे तभी जाकर नए सदस्यों को आवास आवंटित किया जाएगा. फिलहाल विधानसभा सचिवालय माननीय के लिए विधानसभा के पहले सत्र के 1 दिन पहले से लेकर सत्र समाप्ति के 1 दिन बाद तक रहने की व्यवस्था होटलों में करा रहा है.