पटना : बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने संसद भवन में घुसपैठ मामले को स्पष्ट तौर पर देश की सुरक्षा से जुड़ा गंभीर मसला बताया है और उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह से गुजारिश की है कि वह सदन में सभी जनप्रतिनिधियों के सामने एक बार इस मामले को लेकर अपनी बात जरूर रखें, कि आखिर किन वजहों से इतनी वीआईपी सिक्योरिटी होने के बाद भी चूक हो गई. क्योंकि यह जानना सबके लिए जरूरी है और सभी लोगों की यही अपेक्षा भी है.
कहां चूक हुई यह पता करना जरूरी : आगे तेजस्वी यादव ने कहा कि पार्टी के सांसद मनोज झा ने स्पष्ट कहा है कि सब की जिम्मेदारी है कि यह चूक कहां हुई है. कमेटी बनी है या नहीं बनी है. अब आगे फिर से ऐसी घटना न हो, इस पर ध्यान देने की जरूरत है. सबसे ज्यादा भारत सरकार को ध्यान देने की जरूरत है. क्योंकि यह लोकतंत्र के मंदिर की सुरक्षा से जुड़ा सवाल है. यहां देशभर के चुने हुए सांसद रहते हैं. सबसे ज्यादा सख्त सुरक्षा रहने के बावजूद आखिर इतनी बड़ी चूक कैसे हुई. कहां गैप रहा, इसका पता लगाना जरूरी है.
"गृह मंत्री से लोग अपेक्षा कर रहे हैं कि इतनी बड़ी जो घटना हुई है उसको लेकर एक बार बात को रखें, कि कहां गलती हुई. किसके कारण गलती हुई. कहां हम लैक किये. यह अपेक्षा है कि एक बार गृह मंत्री सभी सांसदों के सामने सदन में अपनी बात तो रखे. इसमें कोई बड़ी बात तो है नहीं."- तेजस्वी यादव, उपमुख्यमंत्री
सदन में घुसपैठ देश के लिए गंभीर मसला : सुरक्षा में चूक हुई है, यह बहुत गंभीर मसला है. इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए. यह देश का लोकतंत्र का मंदिर है. इसे सबसे सुरक्षित स्थल माना जाता है. पूरी सरकार से लेकर देशभर के जनप्रतिनिधि वहां रहते हैं. सबसे वीआईपी सुरक्षा वहां की होती है. वहां हाई टेक्नोलॉजी से लैस सिक्योरिटी वहां होती है. वहां सबकुछ होने के बावजूद भी सुरक्षा में ऐसी चूक हुई है तो मामला काफी गंभीर है. ऐसे में लोगों को राजनीति को छोड़कर इस गंभीर विषय पर ध्यान देना चाहिए कि आखिर इतने बड़े मुल्क के सबसे वीआईपी और सुरक्षित जगह में कैसे इतनी बड़ी चूक हुई.
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