पटना: विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा ने विधानसभा भवन और परिसर की चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की. बैठक में विधानसभा अध्यक्ष सुरक्षा व्यवस्था की गहन और बिंदुवार समीक्षा की. विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि लोकतंत्र का सबसे बड़ा मंदिर है. विधानसभा और इसकी सुरक्षा में कोई कोताही बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा ने पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि बिहार विधानसभा भवन और परिसर में आवांछित तत्वों का प्रवेश बिल्कुल निषेध हो. इसके लिए कुछ अनुपयोगी गेट को अस्थाई तौर पर बंद करने का निर्देश भी दिया. विधान सभा अध्यक्ष ने कहा कि सुरक्षा के दृष्टिकोण से किसी प्रकार का समझौता नहीं किया जाएगा. साथ ही माननीय सदस्यों के निजी सहायकों के लिए प्रवेश हेतु सुरक्षा पास जारी करने का निर्देश विधानसभा सचिवालय को दिया.
ये भी पढ़ें: सेकुलर इमेज बचाना चाह रहे हैं नीतीश, मुस्लिम विधायकों पर डाल रहे हैं डोरे, बनाएंगे मंत्री
विधान सभा सचिवालय की ओर से जारी किए जाने वाले वाहन पास को सिक्योरिटी कोड युक्त बनाने का निर्देश दिया गया. ताकि भविष्य में सुरक्षा संबंधी कोई चूक ना हो. विधानसभा अध्यक्ष ने सभी गेट पर सीसीटीवी लगाने सभी प्रवेश द्वार पर डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर लगाने और लगेज स्कैनर लगाने का निर्देश भी दिया. अध्यक्ष ने 19 फरवरी से शुरू हो रहे बिहार विधानसभा के बजट सत्र के दौरान सुरक्षा के दृष्टिकोण से बिहार विधान सभा के सदस्यों की चेकिंग के दौरान उनके सम्मान का पूरा ख्याल रखने का भी निर्देश दिया है.