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CM नीतीश कुमार गया दौरे पर, पितृपक्ष मेले की तैयारियों को लेकर करेंगे हाईलेवल मीटिंग

CM Nitish Kumar थोड़ी देर में पितृपक्ष मेले को लेकर गया में समीक्षा बैठक करेंगे. महागठबंधन सरकार बनने के बाद बिहार में पहला बड़ा आयोजन हो रहा है. ऐसे में मुख्यमंत्री इसमें कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं. इसलिए वे खुद गया जाकर विशेष रुप से तैयारियों की समीक्षा करेंगे.

पितृपक्ष मेले को लेकर गया में समीक्षा बैठक
पितृपक्ष मेले को लेकर गया में समीक्षा बैठक
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Published : Aug 22, 2022, 8:26 AM IST

Updated : Aug 22, 2022, 11:05 AM IST

गया: हिंदू धर्म की मान्यता अनुसार अश्विन माह के कृष्ण पक्ष में 15 दिन तक पितरों का तर्पण और श्राद्ध किया जाता है. इस बार 9 सितंबर को पितृपक्ष मेला 2022 की शुरुआत होगी. इसको लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज गया में उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक करेंगे. इस बैठक में कला संस्कृति और युवा विभाग, राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग, पर्यटन विभाग, जल संसाधन विभाग सहित कई विभागों के मंत्री और अधिकारी मौजूद रहेंगे. आज वहां सीएम रबड़ डैम का भी निरीक्षण करेंगे. श्रद्धालुओं के लिए पहली बार रबड़ डैम का निर्माण किया गया है, जिससे मंदिर के पास नदी का पानी श्रद्धालुओं को आसानी से मिल सकेगा.

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9 सितंबर से पितृपक्ष मेला की शुरुआत: महागठबंधन की सरकार बनने के बाद यह पहली बैठक होगी, जिसमें कई विभागों के मंत्री और आला अधिकारी शामिल होंगे. यह बैठक पटना से बाहर होगी. पितृपक्ष मेले की तैयारी की रिपोर्ट लेने के बाद मुख्यमंत्री दिशा निर्देश भी देंगे. मुख्यमंत्री गया एयरपोर्ट पर सीएम 11:25 बजे पहुंचेंगे. वहां से सड़क मार्ग से 11:55 बजे समाहरणालय पहुंचेंगे. 12 बजे से जनप्रतिनिधि और अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे. समीक्षा बैठक के बाद सीएम भगवान विष्णु की पूजा करेंगे. इसके बाद देवघाट पर बहुप्रतीक्षित रबर डैम का निरीक्षण करेंगे. मुख्यमंत्री दोपहर 2:20 बजे गया एयरपोर्ट से पटना के लिए प्रस्थान करेंगे.


क्यों करते हैं पितृ पक्ष?: हिंदू धर्म में व्यक्ति के मृत्यु के पश्चात उसे पितृ की संज्ञा दी जाती है. मान्यता अनुसार मृतक का श्राद्ध या तर्पण न करने से पितरों की आत्मा को शांति नहीं मिलती है, जिससे घर में पितृ दोष लगता है और घर पर कई तरह की समस्याएं उत्पन्न होती हैं. वहीं जिनके घर के पितृ प्रसन्न रहते हैं उनके घर कभी कोई मुसीबत नहीं आती है. ऐसे में पूर्वजों को प्रसन्न करने के लिए आश्विन माह में 15 दिन का पितृ पक्ष समर्पित होता है, इस बीच पितरों को प्रसन्न करने के लिए श्राद्ध किया जाता है.

9 सितंबर से पितृपक्ष मेला की शुरुआत
9 सितंबर से पितृपक्ष मेला की शुरुआत

कब से शुरू हो रहा पितृ पक्ष 2022: पितृ पक्ष भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष के पुर्णिमा से शुरू होता है. भाद्रपद माह की पूर्णिमा तिथि 10 सितंबर को है, ऐसे में पितृ पक्ष की शुरुआत 11 सिंतबर अश्विन माह के कृष्ण पक्ष के प्रतिपदा तिथि से हो रही है. इसका समापन 25 सितंबर को होगा. इस बीच पितरों का आशीर्वाद पाने के लिए उनका तर्पण अवश्य करना चाहिए.

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गया: हिंदू धर्म की मान्यता अनुसार अश्विन माह के कृष्ण पक्ष में 15 दिन तक पितरों का तर्पण और श्राद्ध किया जाता है. इस बार 9 सितंबर को पितृपक्ष मेला 2022 की शुरुआत होगी. इसको लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज गया में उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक करेंगे. इस बैठक में कला संस्कृति और युवा विभाग, राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग, पर्यटन विभाग, जल संसाधन विभाग सहित कई विभागों के मंत्री और अधिकारी मौजूद रहेंगे. आज वहां सीएम रबड़ डैम का भी निरीक्षण करेंगे. श्रद्धालुओं के लिए पहली बार रबड़ डैम का निर्माण किया गया है, जिससे मंदिर के पास नदी का पानी श्रद्धालुओं को आसानी से मिल सकेगा.

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9 सितंबर से पितृपक्ष मेला की शुरुआत: महागठबंधन की सरकार बनने के बाद यह पहली बैठक होगी, जिसमें कई विभागों के मंत्री और आला अधिकारी शामिल होंगे. यह बैठक पटना से बाहर होगी. पितृपक्ष मेले की तैयारी की रिपोर्ट लेने के बाद मुख्यमंत्री दिशा निर्देश भी देंगे. मुख्यमंत्री गया एयरपोर्ट पर सीएम 11:25 बजे पहुंचेंगे. वहां से सड़क मार्ग से 11:55 बजे समाहरणालय पहुंचेंगे. 12 बजे से जनप्रतिनिधि और अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे. समीक्षा बैठक के बाद सीएम भगवान विष्णु की पूजा करेंगे. इसके बाद देवघाट पर बहुप्रतीक्षित रबर डैम का निरीक्षण करेंगे. मुख्यमंत्री दोपहर 2:20 बजे गया एयरपोर्ट से पटना के लिए प्रस्थान करेंगे.


क्यों करते हैं पितृ पक्ष?: हिंदू धर्म में व्यक्ति के मृत्यु के पश्चात उसे पितृ की संज्ञा दी जाती है. मान्यता अनुसार मृतक का श्राद्ध या तर्पण न करने से पितरों की आत्मा को शांति नहीं मिलती है, जिससे घर में पितृ दोष लगता है और घर पर कई तरह की समस्याएं उत्पन्न होती हैं. वहीं जिनके घर के पितृ प्रसन्न रहते हैं उनके घर कभी कोई मुसीबत नहीं आती है. ऐसे में पूर्वजों को प्रसन्न करने के लिए आश्विन माह में 15 दिन का पितृ पक्ष समर्पित होता है, इस बीच पितरों को प्रसन्न करने के लिए श्राद्ध किया जाता है.

9 सितंबर से पितृपक्ष मेला की शुरुआत
9 सितंबर से पितृपक्ष मेला की शुरुआत

कब से शुरू हो रहा पितृ पक्ष 2022: पितृ पक्ष भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष के पुर्णिमा से शुरू होता है. भाद्रपद माह की पूर्णिमा तिथि 10 सितंबर को है, ऐसे में पितृ पक्ष की शुरुआत 11 सिंतबर अश्विन माह के कृष्ण पक्ष के प्रतिपदा तिथि से हो रही है. इसका समापन 25 सितंबर को होगा. इस बीच पितरों का आशीर्वाद पाने के लिए उनका तर्पण अवश्य करना चाहिए.

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Last Updated : Aug 22, 2022, 11:05 AM IST
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