पटना: बिहार में चिलचिलाती गर्मी (Scorching Heat In Bihar) का दौर शुरू हो गया है और हीट वेव का असर भी दिखने लगा है. अब तक प्रदेश के 17 जिलों में हीटवेव दर्ज किया गया है. इन जिलों में पटना जिला भी शामिल है. मौसम विभाग की मानें तो आज यानी 15 से 18 अप्रैल के दौरान पूरे प्रदेश में हीटवेव देखने को मिलेगा. पटना में लगातार दूसरे दिन तापमान 41 डिग्री से अधिक दर्ज किया गया. बिहार मौसम विज्ञान केंद्र की माने तो पटना में दिन के समय 42.2 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया है.
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बिहार में हीट वेव: भारत सरकार के अधीन मौसम विज्ञान केंद्र पटना के मुताबिक पटना का अधिकतम तापमान शुक्रवार को 41.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. पटना पूरे प्रदेश में दूसरा सबसे गर्म जिला दर्ज किया गया. पटना से अधिक गर्म शेखपुरा 42.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. प्रदेश का औसत अधिकतम तापमान 39 से 41 डिग्री सेल्सियस के बीच बना हुआ है.
4 डिग्री सेल्सियस तापमान वृद्धि के असार: पटना मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक राज्य में पछुआ एवं उत्तर पछुआ हवा का प्रवाह सतह से 4.5 किलोमीटर ऊपर तक बना हुआ है. इसके साथ ही एक चक्रवातीय परिसंचरण का क्षेत्र उत्तरी बांग्लादेश और आसपास के क्षेत्रों में समुद्र तल से 0.9 किलोमीटर ऊपर तक बना हुआ है. इसके प्रभाव से अगले 5 दिनों के दौरान प्रदेश के अधिकतम तापमान में दो से 4 डिग्री सेल्सियस के वृद्धि होने के आसार बन रहे हैं.
स्कूल के संचालन के टाइम में बदलाव: शनिवार को प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में दिन के समय हवा की गति 15 से 20 किलोमीटर प्रति घंटे हवा के झोंके के साथ 25-30 किलोमीटर प्रति घंटे से चलने का पूर्वानुमान है. हीटवेव की चेतावनी को देखते हुए जिला प्रशासन ने पटना में स्कूल के संचालन के टाइम में बदलाव किया है और निर्देशित किया है कि शनिवार से एक 11:45 बजे के बाद जिले में कहीं भी विद्यालयों में शैक्षणिक गतिविधि नहीं होंगे.
"इस बार गर्मी का प्रकोप अधिक देखने को मिल रहा है. चिलचिलाती धूप की वजह से कई लोग हीटवेव के शिकार हो जा रहे हैं. इस समय जरूरी है कि बेवजह धूप में बाहर ना निकले और सभी काम सुबह 11 बजे के पहले निपटा लें और बाकी का काम शाम 6 बजे के बाद करें. अगर जरूरी कार्य से बाहर निकलना है तो एक गमछा सिर पर रखें या छाता का प्रयोग करें. भरपूर पानी पीकर निकले और साथ में पानी का बोतल जरूर रखें. खाली पेट में हीटवेव अधिक अटैक करता है. ऐसे में घर से जब भी बाहर निकलें तो खाली पेट ना निकले. कुछ खाकर निकले. अधिक देर खाली पेट ना रहें. चक्कर, उल्टी आना, जी मचलना, बुखार महसूस होना जैसे लक्षण है, तो यह लू के चपेट में आने के लक्षण है. ऐसे लक्षण महसूस होने पर किसी ठंडे जगह पर जाएं. चेहरे को ठंडे पानी से धोएं और पानी पिएं."- डॉ मनोज कुमार सिन्हा, अधीक्षक, न्यू गार्डिनर रोड अस्पताल
धूप से निकलने से बचें: डॉ मनोज कुमार ने बताया कि इस मौसम में डिहाइड्रेशन और डायरिया के मामले बढ़ जाते हैं. इसलिए जरूरी है कि स्वस्थ्य रहने के लिए ओआरएस के घोल का सेवन करें. मधुमेह और उच्च रक्तचाप से ग्रसित लोग यह ना सेवन करें और यदि सेवन करते हैं तो बहुत ही सीमित मात्रा में करें. मधुमेह और उच्च रक्तचाप से ग्रसित व्यक्ति हो या सामान्य व्यक्ति हो, नारियल पानी का सेवन करना भी बेहतर उपाय है. गर्मी से बचने के लिए घर से बाहर निकले तो फुल स्लीव का कपड़ा पहन कर निकले. पहनने के लिए सूती कपड़ों का प्रयोग करें.