पटना: बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय (Health Minister Mangal Pandey) बिहटा स्थित सीताराम आश्रम पहुंचे. जहां उन्होंने स्वामी सहजानंद सरस्वती की समाधि स्थल पर माल्यार्पण कर उनको नमन किया है. उसके बाद आश्रम में बने नए आयुर्वेदिक केंद्र का उद्घाटन फीता काटकर किया है. वहीं स्वास्थ्य मंत्री के आगमन पर आश्रम के ट्रस्टी डॉ सत्यजीत सिंह ने उनका स्वागत किया. इस मौके पर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे से आश्रम के विकास को लेकर किसान नेताओं ने मुलाकात भी की.
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आयुर्वेद चिकित्सालय का उद्घाटन: राजधानी पटना से सटे बिहटा के राघोपुर स्थित सीताराम आश्रम सह स्वामी सरस्वती आश्रम पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय का स्वागत ट्रस्टी सह सचिव डॉ सत्यजीत सिंह ने किया. मंत्री मंगल पांडेय ने आश्रम में बने स्वामी जी के समाधि स्थल पर पहुंच कर पुष्प अर्पित किया. जिसके बाद स्वामी जी के मूर्ति पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया. इधर,आश्रम में बने नये आयुर्वेदिक चिकित्सालय का उद्धाटन फीता काटकर विधिवत किया. उद्घाटन के बाद आश्रम में बने स्वामी जी के संग्रहालय का जायजा लिया और उनके जीवनी के बारे में जानकारी जुटाने की कोशिश की. इस सारे कार्य के बाद स्थानीय किसानों के साथ एक सभा को संबोधित किये. वहीं इस सभा में स्थानीय किसान नेता और किसान संगठन के लोग भी मौजूद थे.
स्वामीजी ने जमींदारी प्रथा को समाप्त किया: इस मौके पर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि स्वामी जी की जीवन को जानने की कोशिश आज के युवाओं को काफी आवश्यक है. जिस तरह से स्वामी जी ने अपने जीवन काल में किसानों और गरीब वर्गों के लिए काम किया है. खासतौर पर जमींदारी प्रथा को समाप्त किया और शुरु से ही बिहार और पूरे देश के किसानों के लिए हमेशा से आवाज उठाने का काम स्वामी जी ने किया है. उनके आश्रम में आयुर्वेदिक केंद्र का उद्घाटन करके काफी अच्छा लग रहा है.
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आयुर्वेद अपनाने को प्रयासरत: आज का देश आयुर्वेद की ओर जा रहा है. जिसका स्वपन्न स्वामी जी ने देखा था, वह आज पूरा हो रहा है. देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi)और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Cm Nitish Kumar) आयुर्वेदिक प्रथा को लाने के लिए देश और प्रदेश में मुहिम चला रहे हैं. जिसका असर आज यहां पर दिख रहा है कि आश्रम में आयुर्वेदिक केंद्र का शुरुआत कर दिया गया है. इससे लोगों को आयुर्वेदिक के बारे में जानने का मौका मिलेगा और आयुर्वेद के जरिए लोगों का इलाज भी किया जायेगा.