पटनाः आरजेडी के राज्यसभा प्रत्याशी अमरेंद्र धारी सिंह मूलरूप से दुल्हिन बाजार प्रखंड के एनखा गांव के निवासी हैं. उन्हें राज्यसभा के लिए आरजेडी का उम्मीदवार बनाये जाने पर गांव में खुशी है. यहां के लोगों में ये उम्मीद जगी है कि यह इलाका जो विकास से वंचित है, उसका काम अब उनके जरिए पूरा होगा.
जमींदार परिवार में जन्मे थे अमरेंद्र धारी सिंह
अमरेंद्र धारी सिंह का जन्म पटना जिला के दुल्हिन बाजार प्रखंड के एनखा गांव के एक जमींदार परिवार में हुआ था. उनका बचपन इसी गांव में गुजरा. प्राथमिक शिक्षा गांव के स्कूल से प्रारंभ हुई थी. जबकि उच्च शिक्षा पटना में पूरी हुई. उनके पिता तीन भाई थे. बड़े भाई राघवेन्द्र धारी सिंह जो सिख धर्म का पालन करते थे. इलाके में लोग उनका काफी सम्मान करते थे, वह भी लोगों का काफी ख्याल रखते थे.
चाचा वीरेंद्र धारी थे पटना हाईकोर्ट के बैरिस्टर
वहीं, दूसरे भाई वीरेंद्र धारी सिंह जो पटना हाईकोर्ट के बैरिस्टर हुआ करते थे. अमरेंद्र धारी सिंह के पिता प्रताप धारी सिंह तीसरे नम्बर पर सबसे छोटे थे. प्रताप धारी सिंह के पांच पुत्र थे. विजेंद्र धारी, शैलेन्द्र धारी, अमरेंद्र धारी सिंह. सभी भाईयों की शिक्षा गांव के स्कूल से ही प्रारम्भ हुई थी. इनके सभी भाई ऊंचे पद पर आसीन हैं. इनके परिवार के लोग कई महानगरों में आवास बनाकर रह रहे हैं.
अमरेंद्र धारी ने पटना में रहकर किया कारोबार
वहीं, अमरेंद्र धारी सिंह ने पटना में रहकर कारोबार की शुरुआत की. उसके बाद उनका करोबार दिल्ली तक फैल गया. वह स्वभाव से मिलनसार और व्यक्तित्व के धनी हैं. इस कारण राजनीति और प्रशासनिक लोगों के बीच उनकी पहचान बढ़ती गई. यही वजह है कि आरजेडी ने अमरेंद्र धारी सिंह पर भरोसा कर उन्हें राज्यसभा का प्रत्याशी बनाया है.
मिलनसार व्यक्तित्व के धनी हैं अमरेंद्र धारी सिंह
बता दें कि उनके पूवर्ज जमींदार थे. उनका लोगों के साथ काफी गहरा लगाव था. वहीं, अपने इलाके में अमरेंद्र धारी सिंह कभी राजनीतिक कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लेते हैं. वे जब भी गांव आते हैं तो सभी लोगों से मिलकर उनका हालचाल लिया करते हैं. लोगों की मदद भी करते हैं. उनके घर जायजाद की देखरेख करने वाले शख्स बिगन कुमार ने बताया कि मालिक काफी मिलनसार हैं. सभी गरीबों का ख्याल रखते हैं.
अमरेंद्र धारी के पूर्वजों का है इलाके में सम्मान
वहीं, गांव के शिक्षक लक्ष्मण शर्मा ने बताया कि उनके घर से मेरा पुराना रिश्ता है, उनके परिवार या अमरेंद्र धारी जी को मैंने काफी नजदीक से देखा है, वे बहुत मिलनसार और व्यक्तित्व के धनी इंसान हैं. हर समय जरूरतमंद लोगों को आवश्यकतानुसार आर्थिक मदद करते हैं. लक्ष्मण शर्मा ने ईटीवी भारत के साथ बात करते हुए कहा कि उनके पूर्वजों की इलाके में काफी पहचान है. आज भी लोग इन्हें उसी सम्मान के साथ देखते हैं.