पटना: कोरोना वायरस की वजह से सभी परेशान हैं. जिस तरह कोरोना वायरस का संक्रमण फैल रहा है, उससे सभी लोग चिंतित हैं. लेकिन नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में पहुंचा एक मरीज किसी चमत्कार से कम नहीं था. मधुबनी निवासी 40 वर्षीय हनुमान प्रसाद एचआईवी, टीवी, सुगर और सांस फूलने जैसी भयंकर बीमारी से ग्रस्त है. इसके बाद उसकी कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई है, जो डॉक्टरों के लिये भी चुनौती थी.
हैरत में हैं डॉक्टर
इस मरीज के शरीर में ब्लड 3 प्रतिशत ही है. लेकिन डॉक्टर अजय ने जिस तत्परता और समझदारी से मरीज का इलाज किया, ऐसे में यह देश का पहला मरीज है, जो इतनी भयंकर बीमारी होने के बावजूद ठीक हो गया. इस मामले को देखकर डॉक्टर भी हैरत में हैं.
मुंबई में चलाते थे टैक्सी
पीड़ित हनुमान प्रसाद मुंबई में टैक्सी ड्राइवर हैं. कुछ दिन पहले ही उसकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आयी है. हनुमान प्रसाद ने बताया कि जब मुझे पता चला कि मैं कोरोना का मरीज हूं, तो मैं समझा गया कि मैं मर जाऊंगा. लेकिन नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज हुआ, तो ठीक हो गया.
संस्थान के लिये गर्व की बात
कोरोना नोडल पदाधिकारी डॉ.अजय कुमार सिन्हा ने कहा कि हनुमान प्रसाद जैसे लोग स्वस्थ होकर घर जा रहे हैं, तो यह मेरे और मेरे संस्थान के लिये गर्व की बात है. इतनी भयंकर बीमारी से ग्रस्त होने के बावजूद वो ठीक हो गए. यह देश के लिये भी शुभ संकेत है. कल तक इस तरह के मरीज स्वस्थ नहीं हो पा रहे थे. लेकिन आज यह कोरोना को मात देकर घर जा रहे हैं, यह खुशी की बात है.