पटनाः महागठबंधन में को-ऑर्डिनेशन कमेटी की मांग लगातार हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा सहित सभी दल करता रहा है. हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा ने इसको लेकर अल्टीमेटम भी दिया था. जीतन राम मांझी ने कहा था कि 30 जून तक अगर कमेटी नहीं बनेगी तो वो कुछ और निर्णय लेंगे.
30 जून अब गुजर चुका है और मांझी पटना में ही हैं, लेकिन इस मामले पर उन्होंने चुप्पी साध रखी है. उनके प्रवक्ता जरूर ये कहते नजर आ रहे हैं कि शीर्ष स्तर पर बात हो रही है, जल्द ही कोर्डिनेशन कमिटी बनेगी.
'महागठबंधन में कोर्डिनेशन कमेटी जरूर बनेगी'
हम प्रवक्ता विजय यादव का कहना है कि हमलोग महागठबंधन में मजबूती से हैं और को-ऑर्डिनेशन कमेटी बनने की कवायद शुरू हो चुकी है. अल्टीमेटम देने की बात पर वे कहते हैं कि समय समाप्त जरूर हुआ है, लेकिन हमारे शीर्ष नेता इस मुद्दे पर एक दूसरे के संपर्क में हैं. महागठबंधन में कोर्डिनेशन कमेटी जरूर बनेगी और हमलोग मजबूती से इस चुनाव में एनडीए के खिलाफ उतरेंगे.
वहीं, कांग्रेस के विधान पार्षद समीर कुमार सिंह भी कहते हैं कि महागठबंधन में सब कुछ ठीक ठाक है और को-ऑर्डिनेशन कमेटी बनने की प्रक्रिया लगभग शुरू हो गयी है.
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को-ऑर्डिनेशन कमेटी पर आरजेडी का ध्यान नहीं
निश्चित तौर पर कोर्डिनेशन कमेटी की बात को लेकर भले ही हम या कांग्रेस नेता कुछ भी कहें. लेकिन सच्चाई यही है कि आरजेडी इन सब बातों को तरजीह नहीं दे रहा है. कहीं ना कहीं मांझी इस बात को लेकर चुप्पी साधें हुए हैं. भले ही सभी पार्टी के नेता कुछ भी कहें, लेकिन मांझी की चुप्पी से स्पष्ट है कि कमिटी की मांग पर राजद ध्यान नहीं दे रहा है.