पटना: सूबे में अल्पसंख्यकों द्वारा दलितों पर उत्पीड़न के आरोप पर लगाकर नीतीश सरकार के खिलाफ भाजपा नेताओं की बयानबाजी से सूबे की राजनीति तेज हो गई है. पूर्व सीएम व हिन्दुस्तानी आवाम मोर्च ( HAM ) के अध्यक्ष मांझी के पलटवार के बाद भाजपा नेता ने बिना देरी किये मांझी पर सिसायी हमला बोलते हुए 'अनुकंपा वाला' बता दिया. ऐसे में हम पार्टी ने भाजपा नेताओं की बयानबाजी पर कड़ा ऐतराज जताते हुए फिर से बिहार एनडीए में कोऑर्डिनेशन कमेटी बनाने की मांग रख दी है.
सत्ता में रहकर सरकार खिलाफ बयानबाजी ठीक नहीं
हम प्रवक्ता दानिश रिजवान ने कहा है कि हाल के दिनों जिस तरह बीजेपी के नेता सत्ता में रहकर नीतीश सरकार के नीति को लेकर बयानबाजी कर रहे हैं. ये कतई ठीक नही है. कहीं ना कहीं इससे विपक्ष को बोलने का मौका मिल रहा है. इन बातों को सभी को सोचना चाहिए.
'हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा शुरू से ही कह रहा है कि एनडीए में कोऑर्डिनेशन कमेटी बनाया जाये. फिर से इस मांग को हम दोहराते हैं कि एनडीए में जल्द से जल्द कोऑर्डिनेशन कमेटी बने.'- दानिश रिजवान, हम प्रवक्ता
कोऑर्डिनेशन कमेटी से सभी को होगा फायदा
हम प्रवक्ता दानिश रिजवान ने कहा कि अगर कोऑर्डिनेशन कमेटी रहेगी तो एनडीए के सभी घटक दल को फायदा होगा, नहीं तो अभी स्थिति ठीक नहीं है. बीजेपी के नेता जिस तरह बयान दे रहे हैं. वर्तमान समय में उचित नहीं है.
संजय जायसवाल ने भी उठाये थे सवाल
बता दें कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने भी चंपारण की एक घटना का जिक्र अपने फेसबुक पोस्ट में किया था. मांझी ने अपने ट्वीट कर जवाब दिया कि पूर्णिया की घटना के बाद वहां के मुस्लिम समाज के लोगों ने दलित समाज के भाइयों के पक्ष में खड़े रहकर बता दिया कि सूबे के दलित-मुस्लिम एकजुट हैं. दलित-मुस्लिम एकता से जिन लोगों के पेट में दर्द हो रहा है, वही बिहार सरकार पर अंगुली उठा रहे हैं.