पटना: बीपीएससी 67 वी शुरू से विवादों में रहा है. नोटिफिकेशन से लेकर प्रीलिम्स परीक्षा और इसके परिणाम तक सभी विवादों में रहे हैं. कभी पेपर लीक होने की वजह से पूरा परीक्षा कैंसिल करना पड़ा और दोबारा से परीक्षा आयोजित करना पड़ा और फिर जब दोबारा प्रीलिम्स परीक्षा आयोजित किया गया और उसका रिजल्ट आया तो रिजल्ट को लेकर भी लगातार बवाल जारी है. अभ्यर्थियों के इस मांगों पर पटना के प्रख्यात शिक्षाविद और सिविल सर्विसेज परीक्षाओं की तैयारी कराने वाले गुरु रहमान ने कहा कि वह पूरी तरह से छात्रों के साथ खड़े हैं. बीपीएससी ने पूरे देश और विश्व में बिहार की छवि को धूमिल (Guru Rahman Targeted Bihar Government Regarding BPSC ) किया है. 38 वीं के बाद से कोई ऐसी बीपीएससी परीक्षा नहीं है जिसमें प्रश्न गलत नहीं पूछे गए हों. कभी 2 प्रश्न, तो कभी चार प्रश्न गलत होते थे, लेकिन इस बार 9 प्रश्न गलत पूछे गए हैं.
ये भी पढ़ें- पटना में 5 सूत्री मांगों को लेकर BPSC के बाहर प्रदर्शन, नये सिरे से रिजल्ट की मांग
आयोग के लिए है शर्म की बात: उन्होंने कहा कि यह आयोग के लिए शर्म की बात है कि डेढ़ सौ अंक के परीक्षा में 150 सही प्रश्न भी बीपीएससी नहीं पूछ पा रहा है. बीपीएससी 67वीं पेपर लीक मामले की सीबीआई जांच छात्र मांग कर रहे हैं और वह इस मांग को लेकर छात्रों के साथ खड़े हैं क्योंकि इस घटनाक्रम से बिहार की छवि धूमिल हुई है. इस घटना को लेकर एसआईटी का गठन हुआ और कई लोग पकड़े भी गए लेकिन अभी भी मास्टरमाइंड पकड़ से बाहर है इसलिए बीपीएससी 67 वीं की पूरी तरह से सीबीआई जांच होनी चाहिए कि आखिर क्यों पेपर लीक हुआ, क्यों परीक्षा में गलत प्रश्न पूछे गए, क्यों बदलाव के नाम पर परीक्षा में छात्रों के साथ प्रयोग किया गया.
बीपीएससी में रोज-रोज बदले जा रहे हैं नियम: गुरु रहमान ने कहा कि बीपीएससी परीक्षा में नेगेटिव मार्किंग का वह स्वागत करते हैं लेकिन छात्रों की जो मांग है कि E विकल्प को हटाया जाए इसका वह समर्थन करते हैं. सभी जगह परीक्षा में मात्र चार ऑप्शन दिए जाते हैं और ऐसे में E विकल्प देने का कोई औचित्य नहीं बनता है. बीपीएससी में रोज-रोज नियम बदले जा रहे हैं और यह तुगलकी फरमान जैसा लग रहा है. परीक्षा में बदलाव और पारदर्शिता के नाम पर जो बदलाव किए जा रहे हैं. वह बदलाव नहीं बल्कि छात्रों के साथ पूरी तरह से एक प्रयोग किया जा रहा है कि अधिकारी किसी तरह नहीं फंसे और सारा ठीकरा छात्रों के ऊपर फूटे. इस बदलाव के नाम पर हो रहे प्रयोग से छात्रों का भविष्य खराब हो रहा है.
परीक्षा में धांधली की आ रही है बू : उन्होंने बताया कि अब स्थिति ऐसी हो गई है कि उनके पास पढ़ने वाले छात्र कई बार कह देते हैं कि गुरु जी बिहार में पढ़ने लिखने वालों का कुछ नहीं होगा इसलिए पढ़ने लिखने से कोई फायदा नहीं है, कोई धंधा बताइए कि धंधा किया जाए, और इस स्थिति में उन्हें काफी शर्मिंदगी महसूस होती है.
9 गलत प्रश्नों के अंक को घटाकर हो कटआफ जारी: गुरु रहमान ने कहा कि 9 गलत प्रश्नों के अंक को घटाकर कटआफ जारी कर रिवाइज रिजल्ट जारी करने की छात्रों की मांग पूरी तरह से जायज है और आयोग को यह करना ही चाहिए. उन्होंने कहा कि सिर्फ इतना करने से आयोग का पाप नहीं धूल जाएगा, वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मांग करते हैं कि जिस प्रकार उन्होंने नशा मुक्ति के खिलाफ अभियान चलाया है और जितनी गंभीरता से इसकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं. उसी प्रकार बिहार लोक सेवा आयोग पर एक बार ध्यान दें.
आयोग की छवि हो रही धूमिल: आयोग में पहले से बैठे जो भ्रष्ट है जो आयोग की छवि को धूमिल कर रहे हैं उन्हें आयोग से बाहर निकाले ताकि गरीब मेधावी बच्चों का भविष्य बर्बाद ना हो. उन्होंने कहा कि 3.75 लाख लड़के परीक्षा में सम्मिलित हुए और आयोग ने माना कि गलत प्रश्न पूछे गए और उसके बाद जो रिवाइज रिजल्ट जारी किया मात्र 15 रिजल्ट जारी किया इससे छात्रों में और आक्रोश बढ़ गया है. आयोग के अध्यक्ष अतुल प्रसाद पहले भी कहते रहे हैं कि एक नंबर से 1000 रैंक ऊपर नीचे हो जाता है और ऐसी स्थिति में जब 9 प्रश्न गलत पूछे गए और इसे सुधार करते हुए मात्र 15 का रिजल्ट जारी किया गया यह पच नहीं रहा.
सरकार के खिलाफ बोलने पर एजेंसियों द्वारा होती है जांच: उन्होंने कहा कि बीपीएससी के बाहर अभ्यर्थी जिन मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं सभी मांगे जायज है और वह अभ्यर्थियों का पूरी तरह से समर्थन करते हैं. उन्होंने बताया कि सरकार के खिलाफ बोलने पर कभी राज्य सरकार की जैसी तो कभी केंद्र सरकार की एजेंसी ने उनके शिक्षण संस्थान का आकर जांच किया है. सब कुछ जांच कर चले गए हैं किसी को कुछ मिला नहीं.
गुरु रहमान का बीपीएससी अभ्यर्थियों से अपील: उन्होंने कहा कि सरकारों को लगता है कि कोई मुस्लिम इतना बड़ा देशभक्त कैसे हो सकता है बजरंगबली का भक्त कैसे हो सकता है और उनकी निष्ठा पर संदेह करते हैं लेकिन सरकार की तमाम एजेंसियां जांच कर चली गई है कुछ मिला नहीं है. हाल ही में बुरी तरह से डेंगू से पीड़ित होने के बाद थोड़ा स्वस्थ होने पर अस्पताल से डिस्चार्ज हुए हैं. अब उन्हें जिंदगी से ना प्रेम है ना मौत का भय है और सरकार के खिलाफ बोलने में उन्हें कोई हिचक नहीं. उन्होंने कहा कि वह बीपीएससी के अभ्यर्थियों से अपील करेंगे कि रोज-रोज प्रदर्शन करने के बजाए बीपीएससी कार्यालय के बाहर आमरण अनशन पर बैठे, अभ्यर्थी अगर ऐसा करते हैं तो वह अभ्यर्थियों का साथ देंगे और वह भी अभ्यर्थियों के साथ आमरण अनशन पर बैठेंगे. 15 दिन पहले उनका प्लेटलेट्स डेंगू के कारण 7000 पर चला आया था, बहुत कमजोरी महसूस हो रही है लेकिन फिर भी छात्र हित में वह छात्रों के साथ अनशन पर बैठेंगे चाहे उनकी मौत ही क्यों ना हो जाए.
"आयोग इस बार पूरी तरह से गलत है और अभ्यर्थियों की सभी मांगें जायज हैं और अभ्यर्थियों के सभी मांगों के साथ हुआ उनके साथ खड़े हैं जहां भी अभ्यर्थी उनकी जरूरत महसूस करेंगे वहां वह मौजूद रहेंगे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और युवाओं के हितैषी तेजस्वी यादव से अपील करेंगे कि अभ्यर्थियों की बातों को सुने और उनकी मांगों पर उचित कार्रवाई करें. बीपीएससी के भ्रष्ट अधिकारियों को हटाए जिनकी वजह से बीपीएससी परीक्षा सवालों के घेरे में रह रही है और देशभर में बिहार की छवि धूमिल हो रही है." :- गुरु रहमान, कोचिंग संचालक
ये भी पढ़ें- छात्र नेता का आरोप- बीपीएससी परीक्षा में 9 प्रश्न गलत पूछे गए, एक्सट्रा रिजल्ट की मांग