पटना: राज्य सरकार ने नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी बनाने का रास्ता साफ कर दिया है. सक्षमता परीक्षा उत्तीर्ण होने के बाद नियोजित शिक्षक राज्यकर्मी बन जाएंगे. शिक्षा विभाग का कहना है कि जल्द ही यह परीक्षा आयोजित किए जाएंगे.
सक्षमता परीक्षा में आएंगे कैसे प्रश्न?: विभाग की ओर से जो सूत्रों से जानकारी मिल रही है, बिहार बोर्ड यह परीक्षा आयोजित करेगा. सक्षमता परीक्षा को लेकर के अभी तक शिक्षा विभाग और बिहार बोर्ड ने कोई सिलेबस जारी नहीं किया है. ऐसे में नियोजित शिक्षकों के मन में काफी उलझनें है कि सक्षमता परीक्षा में उनसे कैसे प्रश्न पूछे जाएंगे. नियोजित शिक्षकों की इस समस्या का निराकरण करते हुए शिक्षाविद गुरु रहमान ने तैयारी के टिप्स दिए हैं.
बिहार बोर्ड में SCERT का सिलेबस होता है फॉलो: गुरु रहमान ने बताया कि शिक्षा विभाग का कहना है कि परीक्षा जल्द आयोजित किए जाएंगे लेकिन अब तक सिलेबस जारी नहीं हुआ है. ऐसे में जो उनका अनुभव है और विभाग के आधिकारिक सूत्र हैं, उनके मुताबिक सक्षमता परीक्षा में नियोजित शिक्षकों की विषय से संबंधित सक्षमता की जांच की जाएगी. बिहार बोर्ड में एससीईआरटी का सिलेबस फॉलो होता है. इसलिए एससीईआरटी पाठ्य पुस्तकों से प्रश्न होंगे.
"प्राथमिक के लिए कक्षा 1 से 10 तक के पाठ्य पुस्तकों से प्रश्न होंगे, जिसमें नवीं और दसवीं कक्षा के सवाल कम होंगे. प्राथमिक अभ्यर्थियों को कक्षा आठवीं तक की सभी एससीईआरटी पाठ्य पुस्तकों पर कमांड करना होगा."- गुरु रहमान, शिक्षाविद
इस तरह के प्रश्न पूछे जा सकते हैं: गुरु रहमान ने कहा कि बीपीएससी की शिक्षक बहाली परीक्षा में जैसे प्रश्न जीएस से पूछे गए वैसे नहीं पूछे जाएंगे. लेकिन कक्षा दसवीं तक के पाठ्य पुस्तकों में इतिहास, भूगोल, नागरिक शास्त्र, फिजिक्स, केमिस्ट्री सभी आते हैं. इस परीक्षा में भी कक्षा दसवीं तक के पाठ्य पुस्तकों से संबंधित इतिहास, भूगोल, नागरिक शास्त्र इत्यादि के सवाल होंगे.
'भाषा का ज्ञान होना बेहद जरूरी': माध्यमिक और उच्च माध्यमिक के नियोजित शिक्षकों को कक्षा 12वीं तक की एससीईआरटी पाठ्य पुस्तक पर कमान करना होगा. इसके अलावा उन्हें अपने विषय में जिसे वह विद्यालय में वर्षों से पढ़ा रहे हैं, उसपर विशेष कमांड करने की आवश्यकता है. इसके अलावा एक शिक्षक के लिए भाषा का ज्ञान होना बेहद जरूरी है. इसलिए उन्हें लगता है कि भाषा विषय में भी नियोजित शिक्षकों को अपनी पकड़ मजबूत रखने की आवश्यकता है.
इन सवालों को भी देख लें: गुरु रहमान ने कहा कि शिक्षकों के लिए शिक्षक छात्र का रिश्ता कैसा हो, कमजोर छात्रों को कैसे बेहतर किया जा सकता है, यह भी शिक्षा विभाग शिक्षकों से जानना चाहेगा. b.ed और डीएलएड जैसे कोर्स में बाल मनोविज्ञान में यह सब बातें पढ़ाई जाती हैं. ऐसे में इस सक्षमता परीक्षा में बाल मनोविज्ञान से संबंधित प्रश्न भी पूछे जाने की प्रबल संभावना है. बाल मनोविज्ञान में शिक्षकों का अनुभव बहुत काम आएगा. इसलिए उन्हें अपने मुख्य विषय जिसे वह पढ़ाते हैं, और कक्षा दसवीं तक के एससीईआरटी पाठ्य पुस्तकों पर पकड़ मजबूत रखने की आवश्यकता है.
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