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शादी समारोह को लेकर गाइडलाइन जारी: सरकार का निर्णय उचित, सह लेंगे घाटा लेकिन कैसे चलेगा घर

कोरोना के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए बिहार सरकार ने राज्यभर में नाइट कर्फ्यू लागू कर दिया है. साथ ही कई समारोहों के आयोजन के बारे में गाइडलाइन जारी किया गया है. इससे शादी-विवाह के इस मौसम में विवाह भवन चलाने वाले लोगों को काफी निराशा हाथ लगी है.

Guidelines regarding wedding ceremony due to Corona in bihar
Guidelines regarding wedding ceremony due to Corona in bihar
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Published : Apr 19, 2021, 10:29 PM IST

Updated : Apr 19, 2021, 11:12 PM IST

पटना: बिहार में कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव को लेकर सरकार की ओर से कई गाइडलाइंस जारी किए गए हैं. राज्य भर में नाइट कर्फ्यू रात 9 बजे से लेकर सुबह 5 बजे तक लगा दिया गया है. हालांकि शादी-विवाह पर रोक नहीं लगाया गया है. लेकिन इसमें शामिल होने वाले लोगों की संख्या निर्धारित कर दी गई है. शादी समारोह में 100 लोगों को ही शामिल होने की अनुमति दी गई है.

ये भी पढ़ें- शादी समारोह में कोरोना ने फिर डाला खलल, लोगों को सता रहा लॉकडाउन का डर

सरकार के इस फैसले से शादी-विवाह के लिए पटना में कई कम्यूनिटी हॉल की बुकिंग कैंसिल की जा रही है. लोग अब अपने-अपने घरों से ही शादी-विवाह करने का मन बना रहे हैं. इससे कम्यूनिटी हॉल वालों को काफी नुकसान सहना पड़ रहा है. वहीं, गरीब कामगार लोग काफी निराश नजर आ रहे हैं. हालांकि व्यवसायी और मजदूर वर्ग सरकार के इस फैसले का समर्थन कर रहे हैं, लेकिन सरकार से कुछ मदद की आस रख रहे हैं.

"वर्तमान परिस्थिति को देखते हुए सरकार के पास कोई विकल्प नहीं है. आखिर हमलोग समाज के ही लोग हैं और समाज से ही जुड़े हुए हैं. देश रहेगा, लोग रहेंगे उसके बाद ही व्यापार आता है. नुकसान तो बहुत हुआ. लेकिन अब क्या करें, नुकसान तो सहना पड़ेगा. कोई भी नुकसान लोगों के जीवन से महंगा तो है नहीं."- राकेश शर्मा, मालिक

पेश है रिपोर्ट

जाहिर की नाराजगी
इसके साथ ही दैनिक काम करने वाले लोगों ने सरकार के इस फैसले का समर्थन तो किया लेकिन नाराजगी भी जाहिर की है. दैनिक काम करने वाले लोगों का कहना है कि सरकार सिर्फ बड़े लोगों के लिए सोचती है या फिर घोषणा करती है. गरीब लोगों को कोई मदद नहीं मिलती. लोग कैसे अपना घर चलाएंगे, इसको लेकर सरकार कुछ भी नहीं सोचती है.

"सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन सही है. लोगों की जान बचाने के लिए ऐसा लागू होना चाहिए. लेकिन जो गरीब हैं, प्रतिदिन कमाकर खाते हैं. छोटा-मोटा कारोबार करते हैं, वे कैसे गुजर करेंगे? कैसे अपने बाल बच्चों का पेट भरेंगे ? सरकार को इस बारे में सोचना चाहिए. एक तो लोग पहले से ही कर्ज में डूबे हुएं हैं. फिर ऐसी परिस्थिति आ गई तो सरकार गरीब लोगों के लिए क्या सोचती है? राहत देने की घोषणा की जाती है, मिलता कुछ भी नहीं है. इसलिए सरकार को गरीब और छोटे लोगों के लिए सोचना चाहिए. कहां कोई सोचता है? सिर्फ बड़े लोगों के लिए ही सोचा जाता है."- दिनेश कुमार, सजावटकर्ता

सरकार से मदद की आस
बता दें कि राज्य में शादी के लिए शुभ मुहूर्त 22 अप्रैल से बन रहा है. लेकिन इससे पहले राज्य में नाइट कर्फ्यू लागू कर दिया गया. साथ ही किसी भी तरह के आयोजन को लेकर सरकार की ओर से गाइडलाइन जारी कर दिया गया है. चुंकि सरकार ने कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव और राज्य में मिल रहे कोरोना मरीजों की संख्या को देखते हुए ऐसा फैसला लिया है. लेकिन इस फैसले से आम लोग और रोज कमाने वाले लोगों को परेशानी हो रही है. इसलिए लोगों ने सरकार से मदद की उम्मीद लगाई है.

पटना: बिहार में कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव को लेकर सरकार की ओर से कई गाइडलाइंस जारी किए गए हैं. राज्य भर में नाइट कर्फ्यू रात 9 बजे से लेकर सुबह 5 बजे तक लगा दिया गया है. हालांकि शादी-विवाह पर रोक नहीं लगाया गया है. लेकिन इसमें शामिल होने वाले लोगों की संख्या निर्धारित कर दी गई है. शादी समारोह में 100 लोगों को ही शामिल होने की अनुमति दी गई है.

ये भी पढ़ें- शादी समारोह में कोरोना ने फिर डाला खलल, लोगों को सता रहा लॉकडाउन का डर

सरकार के इस फैसले से शादी-विवाह के लिए पटना में कई कम्यूनिटी हॉल की बुकिंग कैंसिल की जा रही है. लोग अब अपने-अपने घरों से ही शादी-विवाह करने का मन बना रहे हैं. इससे कम्यूनिटी हॉल वालों को काफी नुकसान सहना पड़ रहा है. वहीं, गरीब कामगार लोग काफी निराश नजर आ रहे हैं. हालांकि व्यवसायी और मजदूर वर्ग सरकार के इस फैसले का समर्थन कर रहे हैं, लेकिन सरकार से कुछ मदद की आस रख रहे हैं.

"वर्तमान परिस्थिति को देखते हुए सरकार के पास कोई विकल्प नहीं है. आखिर हमलोग समाज के ही लोग हैं और समाज से ही जुड़े हुए हैं. देश रहेगा, लोग रहेंगे उसके बाद ही व्यापार आता है. नुकसान तो बहुत हुआ. लेकिन अब क्या करें, नुकसान तो सहना पड़ेगा. कोई भी नुकसान लोगों के जीवन से महंगा तो है नहीं."- राकेश शर्मा, मालिक

पेश है रिपोर्ट

जाहिर की नाराजगी
इसके साथ ही दैनिक काम करने वाले लोगों ने सरकार के इस फैसले का समर्थन तो किया लेकिन नाराजगी भी जाहिर की है. दैनिक काम करने वाले लोगों का कहना है कि सरकार सिर्फ बड़े लोगों के लिए सोचती है या फिर घोषणा करती है. गरीब लोगों को कोई मदद नहीं मिलती. लोग कैसे अपना घर चलाएंगे, इसको लेकर सरकार कुछ भी नहीं सोचती है.

"सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन सही है. लोगों की जान बचाने के लिए ऐसा लागू होना चाहिए. लेकिन जो गरीब हैं, प्रतिदिन कमाकर खाते हैं. छोटा-मोटा कारोबार करते हैं, वे कैसे गुजर करेंगे? कैसे अपने बाल बच्चों का पेट भरेंगे ? सरकार को इस बारे में सोचना चाहिए. एक तो लोग पहले से ही कर्ज में डूबे हुएं हैं. फिर ऐसी परिस्थिति आ गई तो सरकार गरीब लोगों के लिए क्या सोचती है? राहत देने की घोषणा की जाती है, मिलता कुछ भी नहीं है. इसलिए सरकार को गरीब और छोटे लोगों के लिए सोचना चाहिए. कहां कोई सोचता है? सिर्फ बड़े लोगों के लिए ही सोचा जाता है."- दिनेश कुमार, सजावटकर्ता

सरकार से मदद की आस
बता दें कि राज्य में शादी के लिए शुभ मुहूर्त 22 अप्रैल से बन रहा है. लेकिन इससे पहले राज्य में नाइट कर्फ्यू लागू कर दिया गया. साथ ही किसी भी तरह के आयोजन को लेकर सरकार की ओर से गाइडलाइन जारी कर दिया गया है. चुंकि सरकार ने कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव और राज्य में मिल रहे कोरोना मरीजों की संख्या को देखते हुए ऐसा फैसला लिया है. लेकिन इस फैसले से आम लोग और रोज कमाने वाले लोगों को परेशानी हो रही है. इसलिए लोगों ने सरकार से मदद की उम्मीद लगाई है.

Last Updated : Apr 19, 2021, 11:12 PM IST
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