पटना: सरकार ने रियायतों के साथ कुछ गाइडलाइंस भी जारी किए. गाइडलाइंस में समय-सीमा, दिन और सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखने का निर्देश दिया गया, लेकिन भीड़ बेकाबू होकर सोशल डिस्टेंसिंग पूरी तरीके से ख्याल नहीं रख रही. कई दुकानों में तो लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग की जाती थी और साथ ही घेरे बनाए गए थे, लेकिन लोग उसे बिल्कुल भी नहीं मान रहे.
जैसे-जैसे दिन बीत रहे हैं, वैसे ही सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. अब ना तो किसी की थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही है और ना ही सफेद घेरा बनाया जा रहा है. आम लोगों को भी सोशल डिस्टेंसिंग से कोई लेना-देना नहीं सभी को बस सामान खरीदना है. अमूमन यही हाल सभी जगह का है, चाहे वो इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकानें हो या सब्जी और फल की दुकानें.
तेजी से फैल रहा कोरोना
जिस तरीके से बिहार में कोरोना वायरस तेजी से बढ़ रहा है. अब आंकड़ा 2900 के पार पहुंचने वाला है. अगर हर जगह इसी तरीके से सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई जाएंगी तो जल्दी बिहार में स्थिति भयावह हो जाएगी.
ये रियायत बिहार को मुश्किल में न डाल दे
शुरुआती दिनों में जिला प्रशासन की तरफ से मॉनिटरिंग भी की जा रही थी कि सभी दुकानों द्वारा गाइडलाइंस फॉलो किया जा रहा है या नहीं लेकिन अब ऐसा कुछ भी नहीं हो रहा. ऐसे में कहीं यह रियायत बिहार की मुसीबत और ना बढ़ा दे.