पटना: बिहार में 17 फरवरी से मैट्रिक की परीक्षा शुरू होने जा रही है. इसकी तैयारियों को लेकर बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि मैट्रिक परीक्षा के लिए पूरे बिहार में 1,368 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. इसमें कुल 15, 29, 393 परीक्षार्थी शामिल होंगे. जिनमें 7,83,034 छात्राएं और 7,46,359 छात्र हैं.
पटना में 74 परीक्षा केंद्र
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि परीक्षा में छात्राओं की संख्या छात्रों से ज्यादा है. पटना में मैट्रिक परीक्षा को लेकर कुल 74 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. जिसमें 69,175 परीक्षार्थी शामिल होंगे. इसमें 36,890 छात्राएं हैं 32,285 छात्र हैं.
10 मिनट पहले पहुंचे परीक्षा केंद्र
आनंद किशोर ने बताया कि प्रश्न पत्र वायरल होने से रोकने के लिए सभी विषयों के कुल 10 प्रश्न पत्र सेट तैयार किए गए हैं. उन्होंने मैट्रिक परीक्षार्थियों से अपील किया है कि किसी भी प्रकार के प्रश्न पत्र वायरल होने की खबरों के चक्कर में न पड़े. साथ ही उन्होंने यह भी अपील की है कि परीक्षा शुरू होने से 10 मिनट पहले तक सभी परीक्षार्थी केंद्र में पहुंच जाएं.
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कदाचार रहित होगी परीक्षा
बीएसईबी अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि मैट्रिक परीक्षा, इंटर परीक्षा की तरह ही कदाचार रहित और सफल हो इसको लेकर सभी परीक्षा केंद्रों पर पर्याप्त सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं. साथ ही 25 छात्र पर एक विक्षक की नियुक्ति की गई है. उन्होंने कहा कि मैट्रिक परीक्षा में पहली बार इंटर परीक्षा की तरह ही उत्तर पुस्तिका और ओएमआर सीट पर परीक्षार्थियों की तस्वीर बनी होगी और 92 लाख से ज्यादा ऐसे उत्तर पुस्तिका तैयार कराए गए हैं.
एडमिट कार्ड में त्रुटि होने पर साथ लाएं ओरिजिनल पहचान पत्र
उन्होंने कहा कि बोर्ड ने कई बार डमी एडमिट कार्ड जारी कर परीक्षार्थियों को त्रुटि सुधारने का मौका दिया. इसके बावजूद अगर किसी परीक्षार्थी की तस्वीर में त्रुटि रह गई होगी तो वह अपने साथ अपना एक ओरिजिनल पहचान पत्र साथ लेकर आएंगे. उसके साथ एक अटेस्टेड कॉपी भी रखेंगे.
हर जिले में चार-चार आदर्श केंद्र
पहचान पत्र के रूप में आधार कार्ड ,पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, फोटो युक्त बैंक पास बुक, पासपोर्ट ला सकते हैं. आनंद किशोर ने कहा कि सभी परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी और वीडियोग्राफी की व्यवस्था की गई है. इसके साथ ही सभी जिलों में चार-चार आदर्श परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं.
उतारने होंगे जूते-मोजे
बीएसईबी अध्यक्ष आनंद किशोर ने कहा कि इंटर परीक्षा की तरह ही मैट्रिक परीक्षा में भी परीक्षार्थियों को जूता-मोजा पहन कर परीक्षा हॉल में प्रवेश की अनुमति नहीं है. आनंद किशोर ने यह भी कहा कि नियोजित शिक्षकों की हड़ताल को देखते हुए वीक्षकों के लिए दूसरे विकल्पों पर भी विचार किया गया है.