पटना: बिहार के राज्यपाल (Bihar Governor) फागू चौहान (Phagu Chauhan) बुधवार को यूको बैंक (UCO Bank) जीडी बिरला स्मृति व्याख्यान माला के तहत आजादी का अमृत महोत्सव (Azadi Ka Amrit Mahotsav) कार्यक्रम में शामिल हुए. उन्होंने मुख्य अतिथि के रूप में वित्तीय समावेशन में बैंक को राजभाषा हिंदी और क्षेत्रीय भाषाओं की भूमिका विषय पर आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी (National Seminar) कार्यक्रम को संबोधित किया.
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"बैंक को हिंदी और क्षेत्रीय भाषाओं में काम करना चाहिए ताकि राष्ट्र की आम जनता के साथ जुड़कर उन्हें बेहतर सेवा प्रदान की जा सके. समाज के निर्धनतम व्यक्ति को अर्थव्यवस्था की मुख्य धारा से जोड़कर आर्थिक विकास में उसकी भागीदारी सुनिश्चित करने हेतु वित्तीय समावेशन बेहद महत्वपूर्ण है."- फागू चौहान, राज्यपाल
राज्यपाल ने कहा कि यह समावेशी विकास के लिए अत्यंत आवश्यक है. ताकि समाज के सभी लोगों को समान अवसरों के साथ आर्थिक विकास का लाभ भी समान रूप से मिल सके. वित्तीय समावेशन देश के टिकाऊ और संतुलित आर्थिक विकास में सहायक है.
राज्यपाल फागू चौहान ने कहा कि सरकार ने देश में वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने के लिए अनेक उपाय किए हैं. जिनमें जन धन योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, अटल पेंशन योजना, वरिष्ठ पेंशन बीमा योजना और प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के अतिरिक्त जीवन सुरक्षा बंधन योजना सुकन्या समृद्धि योजना किसान क्रेडिट कार्ड, सामान्य क्रेडिट कार्ड और भीम ऐप जैसी योजनाएं शामिल है. इन योजनाओं को कार्यान्वित कर देश के आर्थिक विकास को गति देने में सरकारी बैंकों की भूमिका महत्वपूर्ण है.
कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल ने यूको पटना दर्पण छहमाही हिंदी पत्रिका का विमोचन किया. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित इस राष्ट्रीय संगोष्ठी को भारतीय रिजर्व बैंक के क्षेत्रीय निदेशक संजीव दयाल और प्रधान कार्यालय यूको बैंक के महाप्रबंधक नरेश कुमार ने भी संबोधित किया.
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