पटना/लखनऊ: बिहार के नवनियुक्त राज्यपाल फागू चौहान ने ईटीवी भारत के साथ विशेष बातचीत में कहा कि वह बतौर बिहार के राज्यपाल संवैधानिक दायित्वों का निर्वहन करेंगे. उन्होंने कहा कि पदभार ग्रहण करने के बाद उच्च शिक्षा के क्षेत्र में जहां जो समस्याएं आएंगी, उनमें अपेक्षित सुधार करने की भी पूरी कोशिश करेंगे.
- फागू चौहान ने कहा कि बीजेपी ने एक गरीब को महत्वपूर्ण पद दिया.
- किसी भी पद को जाति से नहीं देखना चाहिए.
- संवैधानिक दायित्वों को पूरा करूंगा
बिहार के नवनियुक्त राज्यपाल फागू चौहान ने ईटीवी भारत से बातचीत में यह भी कहा कि उन्हें कभी इस प्रकार की आशा नहीं थी कि उन्हें राज्यपाल जैसे संवैधानिक पद दिया जाएगा. बीजेपी नेतृत्व में पिछड़ी जाति से आने वाले एक गरीब को यह महत्वपूर्ण पद दिया है. उन्होंने कहा कि जो राज्यपाल पद उन्हें मिला है उससे वह खुद को काफी गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं. बिहार के राज्यपाल नियुक्त किए जाने और बीजेपी नेतृत्व द्वारा राजनीतिक संदेश दिए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि हर चीज को जाति से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए. एक गरीब को यह बड़ी जिम्मेदारी दी गई है और वह शुरू से लेकर अब तक जिस प्रकार सरलता के साथ काम करते रहे हैं, ठीक उसी प्रकार राज्यपाल के पद पर भी रहते हुए अपने दायित्वों का निर्वहन करेंगे.
बिहार के नवनियुक्त राज्यपाल फागू चौहान से जब यह पूछा गया कि क्या उन्हें पहले से जानकारी थी कि आज जब वह बीजेपी के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह को बधाई देने गए तो उन्हें कैसे राज्यपाल बनने की जानकारी मिली. इस पर उन्होंने कहा कि उन्हें पहले से जानकारी मिल गई थी, लेकिन वह किसी से बताना नहीं चाह रहे थे, वह सामान्य कार्यकर्ता की तरह उन्हें बधाई देने पहुंचे थे. बता देता तो सब लोग प्रोटोकॉल के चक्कर में लग जाते. ईटीवी भारत से बातचीत में उन्होंने कहा कि वह बिहार से कुछ हद तक पहले से वाकिफ हैं. अब वहां जब जाएंगे तो और जो चीजें उन्हें समझ में आएंगी, उन्हें दुरुस्त करने का काम करेंगे.