पटनाः बेमौसम बारिश ने किसानों की कमर तोड़कर रख दी है. 3 दिनों की बारिश और कुछ जिलों में हुए ओलावृष्टि के चलते किसानों की रवि की फसल पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है. जिससे किसानों की माली हालत खराब है. ऐसे में सरकार फसल नुकसान की मुआवजा राशि किसानों के खाते में देगी.
किसानों के खाते में जाएगी मुआवजा राशि
किसानों की फसल बर्बादी को लेकर ईटीवी भारत ने कृषि मंत्री डॉ प्रेम कुमार से खास बातचीत की. इस दौरान कृषि मंत्री ने बताया कि बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि के चलते जो किसानों की फसल क्षतिग्रस्त हुई है, सरकार 1 महीने के अंदर आकलन करवाकर किसानों के खाते में जल्द ही मुआवजा राशि देगी.
24 घंटे के अंदर मांगी गई रिपोर्ट भी
कृषि मंत्री डॉ प्रेम कुमार ने कहा कि बिहार के हर जिले में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जानकारी भी ली गई है. 24 घंटे के अंदर रिपोर्ट भी मांगी गई है. बहुत जल्द ही किसानों को सरकार राहत देने जा रही है. किसानों की मुआवजा राशि सरकार की तरफ से लेट मिलती है. इस सवाल के जवाब में कृषि मंत्री ने कहा कि 2018 में 1 महीने के अंदर साढ़े 14 लाख किसानों को सरकार ने मुआवजा राशि उपलब्ध कराई थी.
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'सरकार हमेशा दिखाती है सक्रियता'
वहीं, 2019 में आई बाढ़ पर भी सरकार ने सक्रियता दिखाते हुए किसानों के खाते में जल्द ही मुआवजा राशि दी थी. एक बार फिर 2020 में हुए बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि के चलते किसानों की जो फसल बर्बाद हुई है. उसको लेकर सरकार बहुत जल्द उनके खाते में राशि उपलब्ध करा देगी
प्रति हेक्टर मिलेंगे 13500 हजार रुपये
डॉक्टर प्रेम कुमार ने कहा कि हमने विभाग को आदेश दिया है कि ऑनलाइन के माध्यम से किसानों के जो भी फॉर्म आते हैं, उसकी जांच कराकर के 1 महीने के अंदर उन्हें मुआवजा राशि उपलब्ध करा दी जाएगी. आपदा का जो मापदंड है, उसके अनुसार सरकार किसानों को प्रति हेक्टर 13500 हजार रुपये उनके खाते में भेजेगी.