पटना: पटना के ग्रामीण इलाकों में इन दिनों गांव-गांव में बेटियां 12वीं तक फ्री शिक्षा के लिए पोस्टकार्ड के माध्यम से मुख्यमंत्री को पत्र लिख रहीं हैं. छात्राओं ने समावेशी शिक्षा को बढ़ावा देने को लेकर 12वीं कक्षा तक फ्री में एजुकेशन देने के साथ ही स्कूलों में तमाम योजनाओं को धरातल पर उतारने की बिहार सरकार से मांग की हैं. छात्राओं ने बिहार सरकार से 12वीं तक फ्री शिक्षा देने की सरकार से गुहार लगाई हैं. इसको लेकर पटना के ग्रामीण इलाकों में इन दिनों गांव-गांव में बेटियां समावेशी शिक्षा को बढ़ावा देने को लेकर पोस्टकार्ड से सरकार को पत्र लिख रही हैं. मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर गुहार लगा रही हैं कि स्कूलों में 12वीं कक्षा तक गांव की गरीब बेटियां की पढ़ाई सी समुचित व्यवस्था की जाए.
ये भी पढ़ें- Bihar Education Department: फरवरी और मार्च माह में भी होगी अभिभावक-शिक्षक संगोष्ठी का आयोजन
'आठवीं तक जैसे-तैसे पढ़ पा रही हैं लेकिन बाद में हमलोग पढ़ाई छोड़ देती हैं. ऐसे में 12वीं कक्षा तक पूरी एजुकेशन दिया जाए. इसके साथ ही स्कूलों में जिस तरह की जो सुविधाएं मिलनी चाहिए, वो सुविधा नहीं मिल पा रही हैं. स्कूलों में मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं. पानी, शौचालय, छात्रवृत्ति, साइकिल तमाम तरह की योजनाएं गांव के स्कूलों में नहीं मिल पा रही हैं. शिक्षकों की भारी कमी है.' - ग्रामीण छात्राएं
छात्रों की 12वीं तक फ्री शिक्षा की मांग : मिली जानकारी के अनुसार लड़कियों का कहना है कि तमाम तरह की जो समस्याएं हैं, उनको लेकर वो पत्र लिख रही हैं. लेटर में समस्याओं से निजात दिलाने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से गुहार लगा रही हैं. उनका कहना है कि सरकार हमारी बातों को सुने और उसका समाधान करे. लड़कियों का कहना है कि हमारी सरकार से मांग है कि किशोरी शिक्षा अभियान के तहत गांव-गांव की लड़कियों की 12वीं तक पढ़ाई मुफ्त की जाए.
फ्री शिक्षा के लिए सरकार से गुहार : गांव की बेटियां शिक्षा का अधिकार मांग रही हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पोस्ट कार्ड के माध्यम से पत्र लिख रही हैं और पत्र लिखने का जो उद्देश्य है, वह समावेशी शिक्षा को बढ़ावा देने को लेकर है. ताकि बेटियां पढ़ सकें और आत्मनिर्भर होने के साथ-साथ स्वावलंबी हो सकें.