पटना: जदयू के एमएलसी गुलाम रसूल बलियावी के एक बयान पर सियासी घमासान मच गया है. हालांकि इस बयान पर अब वह पार्टी में ही अलग-थलग पड़ गये हैं. एक तरफ जेडीयू ने उनके बयान से पल्ला झाड़ लिया है, तो वहीं बीजेपी ने उन्हें आड़े हाथों लिया है.
जेडीयू ने झाड़ा पल्ला
जेडीयू के प्रधान राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी ने बलियावी के इस बयान पर सफाई दी. मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि यह उनका अपने नेता के प्रति सम्मान है. किसी भी कार्यकर्ता को अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष के प्रति सदविचार रखने का अधिकार है. उन्होंने कहा कि जदयू एनडीए का हिस्सा है और एनडीए के घोषित प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी नरेन्द्र मोदी हैं.
'मोदी के नाम पर नीतीश कुमार मांग रहे वोट'
केसी त्यागी ने कहा कि जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार स्वयं नरेन्द्र मोदी का नाम आगे रखकर उनके पांच साल के कार्यों पर जनता से जनसमर्थन मांग रहे हैं. जदयू नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में चुनाव लड़ रही है. इसको लेकर हमारे किसी कार्यकर्ता और घटक दल को कोई गलतफहमी नहीं होनी चाहिए.
गुलाम रसूल बलियावी का बयान
दरअसल जदयू के राष्ट्रीय महासचिव गुलाम रसूल बलियावी ने गुरुवार को ईटीवी भारत से खास बातचीत में कहा था कि नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री पद का चेहरा बनाने पर ही एनडीए की केन्द्र में सरकार बनेगी. बलियावी ने कहा कि देश में एनडीए को पूर्ण बहुमत नहीं मिलने जा रहा है. इसलिए नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया जाना चाहिए.
'मुस्लिम नीतीश के नाम पर कर रहे वोट'
गुलाम रसूल बलियावी ने कहा कि नीतीश कुमार के कार्यों से बिहार में काफी विकास हुआ है. पूरे देश में इनकी जो छवि है, वह काफी सराहनीय है. खासतौर पर बिहार में मुस्लिम मतदाता बड़ी तादाद में नीतीश कुमार के नाम पर एनडीए गठबंधन को वोट कर रहे हैं. इसलिए बिहार में नीतीश कुमार को जिस तरह स्वीकारा गया है वह अपने आप में अद्भुत है.