पटना: भाकपा माले के राष्ट्रीय महाधिवेशन (National Convention of CPIML) के मंच से आयोजित 'फासीवादी हमले के खिलाफ लोकतंत्र और संविधान की रक्षा के लिए व्यापक विपक्षी एकता का निर्माण' विषय पर आज पटना में नेशनल कन्वेंशन आयोजित किया गया है. सुबह 11:00 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक यह कार्यक्रम चलेगा. श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में आयोजित इस कार्यक्रम में विपक्षी नेताओं का बड़ा जमावड़ा लगा है.
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पहली बार लेफ्ट के महाधिवेशन में शामिल होंगे नीतीश: इस कन्वेंशन में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और दक्षिण भारत से भी कई बड़े नेता के शामिल होने की सूचना है. बिहार की राजनीति में यह पहली बार होगा कि सीएम नीतीश कुमार किसी वाम दल के कन्वेंशन में शिरकत करने पहुंच रहे हैं और यहां से विपक्षी एकजुटता की कवायद शुरु करेंगे.
बिहार में विपक्षी एकजुटता की कवायद: आगामी 25 फरवरी को पूर्णिया में विपक्षी दलों का एक महासम्मेलन है, जिसे सफल बनाने के लिए प्रदेश के तमाम विपक्षी दल भाकपा माले के इस राष्ट्रीय महाधिवेशन में शिरकत करने पहुंच रहे हैं. भाकपा माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य का कहना है कि आज से भाजपा के खिलाफ 2024 को लेकर विपक्षी एकजुटता का प्रदर्शन शुरू हो रहा है और आने वाले दिनों में सभी विपक्षी राजनीतिक दल बीजेपी के खिलाफ सम्मेलन और रैली आयोजित करेंगे, जिसमें तमाम विपक्षी दल शिरकत करके बीजेपी के खिलाफ लोगों को एकजुट करने का काम करेंगे. उन्होंने कहा कि आज से बीजेपी के खिलाफ 2024 की लड़ाई के लिए शंखनाद होगा.
"भाजपा के खिलाफ देशभर में विपक्षी दलों के नेता एकजुट हो रहे हैं. बिहार से इसकी बड़ी शुरुआत हो रही है. महागठबंधन ने पहले से बीजेपी को बिहार की सत्ता से बाहर कर दिया है. हमारी कोशिश है कि आने वाले 2024 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को देश की सत्ता से उखाड़ फेकेंगे. महागठबंधन के सभी घटक दलों के साथ-साथ अन्य विपक्षी दलों के नेता पटना आ रहे हैं. हम मिलकर बीजेपी को हराएंगे"- दीपांकर भट्टाचार्य, राष्ट्रीय महासचिव, भाकपा माले