पटना: पूर्व मध्यरेलवे की ओर से पटना जंक्शन (Patna Junction) पर स्वच्छता को लेकर काफी इंतजाम किए गए हैं. लेकिन स्टेशन की सफाई को लेकर अभी कुछ सुधार करने की जरूरत है. पटना जंक्शन का प्लेटफार्म 1 और हनुमान मंदिर परिसर तो साफ सुथरा रहता है. पटना जंक्शन पर लाखों यात्री रोजाना आवागमन करते हैं.
पटना जंक्शन की सूरत भी पहले की अपेक्षा काफी बदल गई है. पटना जंक्शन के टिकट काउंटर मेन गेट के पास प्लेटफार्म से कचरा निकालकर गेट के सामने फेंक दिया जाता है. इसके कारण यात्रियों को काफी परेशानी होती है.
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स्टेशन पर फैली गंदगी
पूर्व मध्य रेल के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि स्वच्छ भारत अभियान के तहत ईएनएचएम की देखरेख में स्टेशन की सफाई की जिम्मेदारी दी गई है. उन्होंने बताया कि कोरोना काल में यात्रियों की संख्या कम हो गई थी. जिस स्टेशनों पर ट्रेनों का ठहराव नहीं था. उन स्टेशनों पर फिर से कांट्रैक्टर बहाल किया गया है.
पटना जंक्शन पर कॉन्ट्रैक्ट के द्वारा साफ-सफाई कराई जाती है. 24 घंटे सफाई कर्मी मौजूद रहते हैं, लेकिन सिर्फ 1 प्लेटफार्म की साफ सफाई होने से स्वच्छता का रैंकिंग नहीं सुधर सकता है. रेलवे प्रशासन को भी साफ-सफाई को लेकर ध्यान देना होगा तब जाकर रेलवे स्टेशन साफ सुथरा रहेगा. इसके साथ ही कुछ यात्री ऐसे भी होते हैं जो कचरे को डस्टबिन में ना डालकर कहीं भी फेक देते हैं. ऐसे में लोगों को भी जागरूक होना होगा तब जाकर सफाई बरकरार रखी जा सकती है.
सफाई व्यवस्था में आई है कमी
राजेश कुमार ने बताया कि बीते 4 से 5 सालों में बिहार के कई रेलवे स्टेशनों की सूरत काफी बदल गई है. हालांकि, जो थोड़ी सी साफ-सफाई व्यवस्था में कमी आई है. उसको जल्द से जल्द दुरुस्त कर लिया जाएगा.
उन्होंने बताया कि पटना जंक्शन और राजेंद्र नगर टर्मिनल को विश्वस्तरीय रेलवे स्टेशन बनाने के लिए रेलवे प्रशासन की ओर से काफी प्रयास किया जा रहा है. ऐसे में रेलवे परिसर और रेलवे स्टेशन साफ सुथरा होना अहम योगदान निभाता है.