पटना : बिहार की राजधनी के पटना नगर निगम क्षेत्र के विभिन्न तालाबों की साफ सफाई इन दिनों 'गंगा यान' से कराई जा रही है. 'गंगा यान' एक ट्रैश स्किमर मशीन है, जिसकी खिरीददारी नगर निगम ने छठ महापर्व के मौके पर गंगा नदी की सफाई के लिए की थी. यह मशीन 1.75 करोड़ रुपए में मुंबई से मंगाई गई थी. यह मशीन पानी की सफाई के साथ उसे रीफाइन भी करती है. अभी इस मशीन से पटना सिटी के मंगल तालाब की साफाई कराई जा रही है.
कैसे काम करती है ट्रैश स्किमर मशीन : यह ट्रैश स्किमर मशीन डीजल ईंधन से चलती है. इस मशीन में आगे की तरफ एक कटर लगा रहता है. यह जलकुंभी अथवा अन्य पानी में उगने वाले पौधों को काटकर अंदर की ओर भेजता है. इसके साथ ही रोलर लगे होते हैं, जो सारे कचरे को रोल करके अंदर लाती है और फिर चेन कवर के माध्यम से नीचे गिराती है. इसके बाद सारे कचरे को चेन पुलिंग करते हुए नीचे से ही पीछे के साइड डंपिंग बॉक्स में भेज देती है. इस मशीन में एक्सीलेटर, लीवर, पैडल, मीटर इत्यादि लगे होते हैं. पैडल की मदद से कचरा को आगे पीछे भेजा जाता है.
अब गंदे तालाबों को स्वच्छ बनाएगी ये मशीन : नगर आयुक्त निवेश पाराशर ने बताया है कि इस ट्रैश स्किमर मशीन 'गंगा यान' की मदद से शहर के प्रमुख तालाबों की सफाई कराई जाएगी. अभी मंगल तालाब के सफाई का काम चल रहा है. यहां से सफाई पूरी होने के बाद इसे सभी अंचल में भेजा जाएगा.
ट्रैश मशीन से होगी तालाबों की सफाई : मैन्युअल सफाई में काफी समय लगता था और मशीन से सफाई में समय भी काम लग रहा है. इस मशीन से पानी रिफाइंड भी होता है. तालाबों की सफाई के बाद लोगों से अपील किया जा रहा है कि तालाब को गंदा नहीं करें और जल स्रोतों को स्वच्छ रखने में पटना नगर निगम की मदद करें. ग्राउंडवाटर को मेंटेन रखने के लिए तालाबों का स्वच्छ रखना बेहद जरूरी है.
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