पटना: प्रदेश में मानसून के सक्रिय होते ही नदियों के जलस्तर में वृद्धि हो रही थी. वहीं नेपाल से भी लगातार नदियों में छोड़े जा रहे पानी से राज्य की नदियों का जलस्तर बढ़ गया था, जिससे कई नदियां खतरे के निशान के ऊपर बह रही थी. वहीं, राजधानी पटना में भी गंगा नदी का जलस्तर हर घंटे बढ़ रहा था, जिससे मैदानी इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा था, लेकिन अब लगातार गंगा नदी के जलस्तर में काफी कमी दर्ज की जा रही है.
पटना वासियों के लिये राहत भरी खबर
बता दें कि कुछ दिन पहले लगातार गंगा के जलस्तर में वृद्धि दर्ज की जा रही थी, जिसके चलते पटना के एनआईटी घाट पर सरकार द्वारा बनाए गए गंगा पथ पर, जहां लोग पहले टहला करते थे, उस पर गंगा नदी का पानी उफान मार रहा था, लेकिन अब एनआईटी घाट का केंद्रीय जल आयोग द्वारा लगाये गये मीटर में साफ देखा जा सकता है कि गंगा नदी का जलस्तर डेंजर लेवल से काफी नीचे आ चुका है और लगभग घाट की सीढ़ियां दिखाई देने लगी है, जो पटना वासियों के लिए काफी राहत भरी खबर है.
घटने लगा गंगा नदी का जलस्तर
वहीं, गुरुवार सुबह एनआईटी घाट पर लगाए गए इंडिकेटर में गंगा का जलस्तर 47.90 मीटर दर्ज किया गया है, जो साफ इशारा करता है कि अब धीरे-धीरे गंगा का जलस्तर घटने लगा है. वहीं, दूसरी ओर पटना के कृष्णा घाट पर सरकार के द्वारा बनाए गए गंगा पथ से भी पानी पूरी तरह से जा चुका है.