पटना: लगातार हो रही बारिश के कारण प्रदेश की नदियों के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. मौसम विभाग ने बिहार के कई जिलों में बाढ़ को लेकर अलर्ट जारी किया है. पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही लगातार बारिश के कारण गंगा के सहायक नदियों में जलस्तर बढ़ने के कारण गंगा नदी के जलस्तर में तेजी से बढ़ोतरी देखने को मिल रही है.
बात अगर पटना के गंगा घाटों की करें तो यहां गंगा का जलस्तर 70 मीटर तक पहुंच गया है. हालांकि, अभी यह खतरे के निशान से काफी नीचे है.
गंगा के जलस्तर में हो रही बढ़ोतरी
बिहार में पिछले 16 जून को मानसून ने दस्तक दी थी. इसके बाद से प्रदेश में लगातार बारिश हो रही है. पटना से बाहरी इलाके में अपेक्षाकृत ज्यादा बारिश हो रही है. जिस वजह से बीते दो दिनों में गंगा नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है. हालांकि, पिछले साल की तुलना में इस साल गंगा नदी के जलस्तर में अभी तक कम बढ़ोतरी हुई है.
'बाढ़ आने के आशंका से लोग भयभीत'
बारिश के कारण जलस्तर में बढ़ोतरी के कारण लोग एक बार फिर बाढ़ आने के आशंका से भयभीत हैं. लोगों की माने तो जलस्तर में बढ़ोतरी हो रही है. भारी बारिश की वजह से कई जगहों पर जलजमाव भी हो गया है. लोगों में बाढ़ ने एक बार फिर से भय पैदा कर दिया है. वहीं, जलजमाव के कारण कई इलाके में लोगों के घरों का आगे भी जलजमाव हो गया है. फिलहाल प्रशासन हालात पर नजर बनाए हुए है
हर साल आती है बाढ़
गौरतलब है कि बिहार में हर साल बाढ़ की वजह से कई जिले प्रभावित होते हैं. इस बार आने वाले संभावित बाढ़ को लेकर बिहार सरकार ने अपनी कमर कस रखी है. बिहार सरकार के आपदा मंत्री लक्ष्मेश्वर राय की मानें तो संभावित बाढ़ के मद्देनजर बिहार के 20 जिलों में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम को भेजा जा चुका है. साथ ही आपदा मुख्यालय में पांच टीमों को रिजर्व में रखा गया है. जरूरत के हिसाब से इन टीमों को भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में भेजा जाएगा. साथ ही उन्होंने कहा कि बिहार में जितने भी बांध टूटे हुए थे, उनकी भी मरम्मती पूरी हो चुकी है.
इन जिलों में भेजी गई हैं टीमें
आपदा मंत्री लक्ष्मेश्वर राय के अनुसार कुल 30 एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम को भेजी जा चुकी है. सुपौल में एक टीम, मधेपुरा में एक टीम, सहरसा में एक टीम, पूर्णिया में दो टीम, किशनगंज में एक टीम, अररिया में एक टीम, कटिहार में एक टीम, दरभंगा में एक टीम, मधुबनी और मुजफ्फरपुर में दो टीम, वैशाली में एक टीम, सीतामढ़ी में टीम, पूर्वी चंपारण में एक टीम, पश्चिमी चंपारण में टीम, खगड़िया में दो टीम, भागलपुर में एक टीम, गोपालगंज में एक टीम, सारण में एक टीम, सिवान में एक टीम, समस्तीपुर में एक टीम और पटना में एक टीम अब तक भेजी जा चुकी है.