पटनाः बिहार में गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान तक पहुंंचने के करीब है. जलस्तर में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है और पटना के गांधी घाट में गंगा खतरे के निशान से मात्र 1 मीटर 36 सेंटीमीटर नीचे है. दीघा घाट का डेंजर लेवल 50.45 मीटर है, जबकि आज डेंजर लेवल से ठीक नीचे 48.19 मीटर तक पहुंच चुका है.
ये भी पढे़ंः Bihar Flood: पटना में गंगा का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ का खतरा, सीएम ने किया अलर्ट
3 दिन के बाद गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरीः वहीं, हाथी दाह में गंगा का जलस्तर डेंजर लेवल से थोड़ा नीचे बह रही है, हाथी दाह का डेंजर लेवल 41.76 मीटर है जबकि गंगा अपने जलस्तर 40.51 मीटर से बह रही है. यानी कि आज गंगा के जलस्तर में 3 दिन के बाद बढ़ोतरी देखने को मिली है. गंगा के बढ़ते जलस्तर को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन अलर्ट मोड में है. गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी को देखते हुए प्रशासन ने भी पूरी तैयारी कर ली है.
आपदा प्रबंधन विभाग कर रहा निगरानीः बता दे की गंगा के बढ़ते जलस्तर को लेकर के आपदा प्रबंधन विभाग के तरफ से भी कंट्रोल रूम बनाया गया है, जहां से बाढ़ की निगरानी रखी जा रही है. साथ ही साथ इंजीनियर को भी अलर्ट मोड पर रखा गया है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी एक्टिव हो गए हैं. नीतीश कुमार पिछले कुछ दिनों में दो बार सड़क मार्ग से पटना के आस-पास और गंगा नदी के बढ़ता जलस्तर के जायजा ले चुके हैं.
बारिश के कारण जलस्तर में बढ़ोतरीः दरअसल रविवार को देर रात पटना में हुई झमाझम बारिश के बाद गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी शुरू हुई है. जिससे कि तटीय इलाके में रहने वाले लोगों को ऊंचे स्थान पर शरण लेने के लिए हिदायत दी गई है. हर साल राज्य के कई जिले बाढ़ की चपेट में रहते हैं, वहीं गंगा से सटे दियारा इलाके में भी गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी के साथ लोगों को अपना आशियाना छोड़कर उच्च स्थान पर शरण लेना पड़ता है. गांधी घाट, दीघा घाट पर बढ़ते जलस्तर के कारण कलेक्ट्रेट घाट मिश्री घाट कालीघाट गांधी घाट के सीढ़ी तक पानी पहुंच चुका है, अगर थोड़ी से भी जलस्तर में बढ़ोतरी होगी तो पानी गंगा पाथवे पर पहुंच जाएगी.