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गंगा, बूढ़ी गंडक, कोसी, बागमती और कमला सहित उत्तर बिहार की कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर

बिहार में कोरोना महामारी और बाढ़ का कहर जारी है. कई नदियां उफान पर हैं. प्रदेश की कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. वहीं, राज्य में बाढ़ के कारण 54 लाख से अधिक लोग प्रभावित हैं. जिसमें से 4 लाख लोगों को रेस्क्यू किया गया है.

Ganga, Budhi Gandak, Kosi, Bagmati, Kamla and Several rivers of North Bihar are above the danger mark
Ganga, Budhi Gandak, Kosi, Bagmati, Kamla and Several rivers of North Bihar are above the danger mark
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Published : Aug 3, 2020, 6:45 AM IST

पटना: बिहार के कई जिलों में नदियों के बढ़ते जलस्तर से बाढ़ आ गई है. मुजफ्फरपुर, मोतिहारी, दरभंगा और सीतामढ़ी सहित 15 जिले बाढ़ की चपेट में हैं. गंगा, महानंदा, बूढ़ी गंडक, बागमती, और कोसी सहित उत्तर बिहार की कई नदियां उफान पर हैं. ये नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. इससे लोगों में डर समाया है. वहीं, कुछ नदियां खतरे के निशान से नीचे बह रही हैं. लेकिन उसके जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है.

जल संसाधन विभाग के अनुसार कई नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है.

  • गंगा नदी का जलस्तर साहेबगंज में खतरे के निशान से अब 8 सेंटीमीटर नीचे है. कहलगांव में खतरे के निशान से 17 सेंटीमीटर नीचे है. फरक्का में खतरे के निशान से 50 सेंटीमीटर ऊपर है. वहीं, हाथीदह में 89 सेंटीमीटर नीचे है.
  • घाघरा नदी का जलस्तर दरौली में खतरे के निशान से 23 सेंटीमीटर ऊपर है.
  • गंडक नदी का जलस्तर डुमरिया घाट में खतरे के निशान से 122 सेंटीमीटर ऊपर है. वहीं, रेवा घाट पर खतरे के निशान से 3 सेंटीमीटर ऊपर है.
  • बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर रोसड़ा में 387 सेंटीमीटर ऊपर है. वहीं, लालबेगिया घाट में 46 सेंटीमीटर ऊपर है. समस्तीपुर में खतरे के निशान से 254 सेंटीमीटर ऊपर है. सिकंदरपुर में 125 सेंटीमीटर ऊपर है. खगड़िया में खतरे के निशान से 110 सेंटीमीटर ऊपर है.
    Ganga, Budhi Gandak, Kosi, Bagmati, Kamla and Several rivers of North Bihar are above the danger mark
    जल संसाधन विभाग की ओर से जारी आंकड़े
  • बागमती नदी का जलस्तर ढेंग ब्रिज में खतरे के निशान से 6 सेंटीमीटर ऊपर है. जबकि रुन्नीसैदपुर में खतरे के निशान से 205 सेंटीमीटर और बेनीबाद में 96 सेंटीमीटर ऊपर है. हायाघाट में 221 सेंटीमीटर ऊपर है.
  • अधवारा समूह नदी का जलस्तर कमतौल में खतरे के निशान से 90 सेंटीमीटर ऊपर है. वहीं, एकमी घाट में 200 सेंटीमीटर ऊपर है.
  • कमला बलान नदी का जलस्तर झंझारपुर में खतरे के निशान से 71 सेंटीमीटर और जयनगर में 37 सेंटीमीटर ऊपर है.
  • कोसी नदी का जलस्तर बलतारा में खतरे के निशान से 208 सेंटीमीटर और कुर्सेला में 9 सेंटीमीटर ऊपर है.
  • महानंदा नदी का जलस्तर ढेंगरा घाट में खतरे के निशान से 65 सेंटीमीटर नीचे और झावा में खतरे के निशान से 48 सेंटीमीटर ऊपर है.
  • परमान नदी का जलस्तर अररिया में खतरे के निशान से 50 सेंटीमीटर ऊपर है.

गंगा का जलस्तर

क्रम संख्याजगह का नामखतरे का निशानवर्तमान स्थिति
1बक्सर 60.32 53.18
2दीघाघाट50.45 48.67
3गांधी घाट48.6047.66
4हाथीदह41.7640.87
5मुंगेर 39.3337.44
6भागलपुर33.6832.42
7कहलगांव31.0930.92
8साहेबगंज27.2527.17
9फरक्का22.2522.75


(सभी मीटर में)

54 लाख बाढ़ से प्रभावित
उत्तर बिहार की कई नदियां खतरे के निशान से काफी ऊपर बह रही है. बाढ़ का पानी लगातार फैल रहा है. इस बाढ़ से 54 लाख लोग प्रभावित हैं. 4 लाख लोगों को बाढ़ ग्रस्त इलाकों से बाहर निकाला गया है. गंगा नदी का जलस्तर अभी स्थिर बना हुआ है. हालांकि फरक्का में गंगा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.

पटना: बिहार के कई जिलों में नदियों के बढ़ते जलस्तर से बाढ़ आ गई है. मुजफ्फरपुर, मोतिहारी, दरभंगा और सीतामढ़ी सहित 15 जिले बाढ़ की चपेट में हैं. गंगा, महानंदा, बूढ़ी गंडक, बागमती, और कोसी सहित उत्तर बिहार की कई नदियां उफान पर हैं. ये नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. इससे लोगों में डर समाया है. वहीं, कुछ नदियां खतरे के निशान से नीचे बह रही हैं. लेकिन उसके जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है.

जल संसाधन विभाग के अनुसार कई नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है.

  • गंगा नदी का जलस्तर साहेबगंज में खतरे के निशान से अब 8 सेंटीमीटर नीचे है. कहलगांव में खतरे के निशान से 17 सेंटीमीटर नीचे है. फरक्का में खतरे के निशान से 50 सेंटीमीटर ऊपर है. वहीं, हाथीदह में 89 सेंटीमीटर नीचे है.
  • घाघरा नदी का जलस्तर दरौली में खतरे के निशान से 23 सेंटीमीटर ऊपर है.
  • गंडक नदी का जलस्तर डुमरिया घाट में खतरे के निशान से 122 सेंटीमीटर ऊपर है. वहीं, रेवा घाट पर खतरे के निशान से 3 सेंटीमीटर ऊपर है.
  • बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर रोसड़ा में 387 सेंटीमीटर ऊपर है. वहीं, लालबेगिया घाट में 46 सेंटीमीटर ऊपर है. समस्तीपुर में खतरे के निशान से 254 सेंटीमीटर ऊपर है. सिकंदरपुर में 125 सेंटीमीटर ऊपर है. खगड़िया में खतरे के निशान से 110 सेंटीमीटर ऊपर है.
    Ganga, Budhi Gandak, Kosi, Bagmati, Kamla and Several rivers of North Bihar are above the danger mark
    जल संसाधन विभाग की ओर से जारी आंकड़े
  • बागमती नदी का जलस्तर ढेंग ब्रिज में खतरे के निशान से 6 सेंटीमीटर ऊपर है. जबकि रुन्नीसैदपुर में खतरे के निशान से 205 सेंटीमीटर और बेनीबाद में 96 सेंटीमीटर ऊपर है. हायाघाट में 221 सेंटीमीटर ऊपर है.
  • अधवारा समूह नदी का जलस्तर कमतौल में खतरे के निशान से 90 सेंटीमीटर ऊपर है. वहीं, एकमी घाट में 200 सेंटीमीटर ऊपर है.
  • कमला बलान नदी का जलस्तर झंझारपुर में खतरे के निशान से 71 सेंटीमीटर और जयनगर में 37 सेंटीमीटर ऊपर है.
  • कोसी नदी का जलस्तर बलतारा में खतरे के निशान से 208 सेंटीमीटर और कुर्सेला में 9 सेंटीमीटर ऊपर है.
  • महानंदा नदी का जलस्तर ढेंगरा घाट में खतरे के निशान से 65 सेंटीमीटर नीचे और झावा में खतरे के निशान से 48 सेंटीमीटर ऊपर है.
  • परमान नदी का जलस्तर अररिया में खतरे के निशान से 50 सेंटीमीटर ऊपर है.

गंगा का जलस्तर

क्रम संख्याजगह का नामखतरे का निशानवर्तमान स्थिति
1बक्सर 60.32 53.18
2दीघाघाट50.45 48.67
3गांधी घाट48.6047.66
4हाथीदह41.7640.87
5मुंगेर 39.3337.44
6भागलपुर33.6832.42
7कहलगांव31.0930.92
8साहेबगंज27.2527.17
9फरक्का22.2522.75


(सभी मीटर में)

54 लाख बाढ़ से प्रभावित
उत्तर बिहार की कई नदियां खतरे के निशान से काफी ऊपर बह रही है. बाढ़ का पानी लगातार फैल रहा है. इस बाढ़ से 54 लाख लोग प्रभावित हैं. 4 लाख लोगों को बाढ़ ग्रस्त इलाकों से बाहर निकाला गया है. गंगा नदी का जलस्तर अभी स्थिर बना हुआ है. हालांकि फरक्का में गंगा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.

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