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बिहार में शराबबंदी का अध्ययन करने के लिए राजस्थान से पटना पहुंची चार सदस्यीय टीम - Liquor Prohibition Movement in Rajasthan

बिहार में शराबबंदी पूर्ण रूप से लागू है. बिहार की तर्ज पर राजस्थान सरकार भी अपने प्रदेश में शराबबंदी को लागू करने का मन बना रही है. इसी क्रम में राजस्थान से चार सदस्यीय टीम बिहार में शराबबंदी का अध्ययन करने के लिए सोमवार को पटना पहुंची. पढ़िये पूरी खबर..

शराबबंदी का अध्ययन करने पटना पहुंची राजस्थान की टीम
शराबबंदी का अध्ययन करने पटना पहुंची राजस्थान की टीम
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Published : Mar 7, 2022, 9:27 PM IST

पटना: बिहार में शराबबंदी (Liquor Ban In Bihar) कानून वर्ष 2016 से लागू है. अब राजस्थान सरकार भी शराबबंदी कानून को लेकर पहल कर रही है. इसको लेकर राजस्थान में शराबबंदी आंदोलन चला रही पूजा भारती छाबड़ा अपने 4 सदस्य टीम के साथ सोमवार को पटना पहुंची. पूजा भारती छाबड़ा के साथ राजस्थान सरकार के मद्य निषेध विभाग के एक अधिकारी भी पटना एयरपोर्ट पर पहुंचे.

ये भी पढे़ं-बिहार के 'शराबबंदी मॉडल' को अपनाना चाह रही है राजस्थान सरकार! कानून का अध्ययन करने आ रही है 5 सदस्यीय टीम

राजस्थान से पटना पहुंची अध्ययन टीम: मीडिया से बातचीत करते हुए पूजा भारती छाबड़ा ने बताया कि बिहार में शराबबंदी कानून लागू है और शराबबंदी कानून को लेकर अध्ययन करने के लिए वे लोग पूरी टीम के साथ बिहार आए हैं. यहां पर वे मद्य निषेध विभाग के अधिकारी, उत्पाद विभाग के अधिकारी और गृह विभाग के अधिकारियों से भी मद्य निषेध कानून को लेकर बात करेंगे.

शराबबंदी का अध्ययन करेगी टीम: पूजा भारती छाबड़ा ने कहा कि वे बिहार के कई जिलों का भी दौरा कर पता करने की कोशिश करेंगे कि शराबबंदी कानून लागू होने के बाद यहां के हालात कैसे हैं. उन्होंने कहा कि महिलाओं के मांग पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार में शराबबंदी की थी. बिहार की शराबबंदी की चर्चा पूरे देश में है. इसीलिए वे लोग बिहार आकर शराबबंदी कानून का अध्ययन करने के लिए सोचे.

सरकार को सौंपी जाएगी रिपोर्ट: अध्ययन रिपोर्ट सरकार को सौंपने की बात पर पूजा भारती छाबड़ा ने कहा कि वे सारी रिपोर्ट अपने सरकार को देंगे और अगर सरकार जरूरत समझेंगी तो उनके मुख्यमंत्री बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी इस मुद्दे पर बात कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि शराबबंदी एक अच्छी पहल है और राजस्थान सरकार इसे लागू करना चाहती है लेकिन सबसे पहले अध्ययन करना जरूरी है कि इसके इफेक्ट क्या होते हैं.

समाज के लोग इसके बारे में क्या कुछ सोचते हैं या समाज पर इसका किस तरह का प्रभाव है. शराब बंदी लागू करने के बाद किस तरह से राज्य सरकार उस राजस्व की प्राप्ति करती है जो शराबबंदी कानून लागू होने के बाद खत्म हो गई है तो कई बिंदुओं पर हम लोग यहां पर अध्ययन करेंगे लोगों से भी पूछेंगे और उसके बाद राजस्थान सरकार को अपना रिपोर्ट सौंपेंगे.

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पटना: बिहार में शराबबंदी (Liquor Ban In Bihar) कानून वर्ष 2016 से लागू है. अब राजस्थान सरकार भी शराबबंदी कानून को लेकर पहल कर रही है. इसको लेकर राजस्थान में शराबबंदी आंदोलन चला रही पूजा भारती छाबड़ा अपने 4 सदस्य टीम के साथ सोमवार को पटना पहुंची. पूजा भारती छाबड़ा के साथ राजस्थान सरकार के मद्य निषेध विभाग के एक अधिकारी भी पटना एयरपोर्ट पर पहुंचे.

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राजस्थान से पटना पहुंची अध्ययन टीम: मीडिया से बातचीत करते हुए पूजा भारती छाबड़ा ने बताया कि बिहार में शराबबंदी कानून लागू है और शराबबंदी कानून को लेकर अध्ययन करने के लिए वे लोग पूरी टीम के साथ बिहार आए हैं. यहां पर वे मद्य निषेध विभाग के अधिकारी, उत्पाद विभाग के अधिकारी और गृह विभाग के अधिकारियों से भी मद्य निषेध कानून को लेकर बात करेंगे.

शराबबंदी का अध्ययन करेगी टीम: पूजा भारती छाबड़ा ने कहा कि वे बिहार के कई जिलों का भी दौरा कर पता करने की कोशिश करेंगे कि शराबबंदी कानून लागू होने के बाद यहां के हालात कैसे हैं. उन्होंने कहा कि महिलाओं के मांग पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार में शराबबंदी की थी. बिहार की शराबबंदी की चर्चा पूरे देश में है. इसीलिए वे लोग बिहार आकर शराबबंदी कानून का अध्ययन करने के लिए सोचे.

सरकार को सौंपी जाएगी रिपोर्ट: अध्ययन रिपोर्ट सरकार को सौंपने की बात पर पूजा भारती छाबड़ा ने कहा कि वे सारी रिपोर्ट अपने सरकार को देंगे और अगर सरकार जरूरत समझेंगी तो उनके मुख्यमंत्री बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी इस मुद्दे पर बात कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि शराबबंदी एक अच्छी पहल है और राजस्थान सरकार इसे लागू करना चाहती है लेकिन सबसे पहले अध्ययन करना जरूरी है कि इसके इफेक्ट क्या होते हैं.

समाज के लोग इसके बारे में क्या कुछ सोचते हैं या समाज पर इसका किस तरह का प्रभाव है. शराब बंदी लागू करने के बाद किस तरह से राज्य सरकार उस राजस्व की प्राप्ति करती है जो शराबबंदी कानून लागू होने के बाद खत्म हो गई है तो कई बिंदुओं पर हम लोग यहां पर अध्ययन करेंगे लोगों से भी पूछेंगे और उसके बाद राजस्थान सरकार को अपना रिपोर्ट सौंपेंगे.

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