पटना: तमिलनाडु के पूर्व डीजीपी बीके रवि ने शनिवार को कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली. इसको लेकर प्रदेश कांग्रेस कार्यालय सदाकत आश्रम में भव्य मिलन समारोह कार्यक्रम का आयोजन किया गया. प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई. इस मौके पर बड़ी संख्या में प्रदेश कांग्रेस के बड़े नेता मौजूद रहे. समस्तीपुर से लोकसभा चुनाव लड़ने के सवाल पर बीके रवि ने गोल मटोल जवाब देते हुए कहा कि वह पार्टी के सच्चे सिपाही हैं. प्रदेश अध्यक्ष का जो निर्देश होगा उसका पालन करेंगे.
"मैं एक किसान रह चुका हूं और जवान भी. अब कांग्रेस के सच्चे सिपाही के रूप में सामाज हित में काम करेंगे. 30 वर्ष से अधिक समय तमिलनाडु में बतौर आईपीएस ऑफिसर अपनी सेवा दी. अब वह वापस अपने मातृभूमि की सेवा के लिए लौट आए हैं. यहां शिक्षा के क्षेत्र में काफी विकास होना बाकी है. उद्योग का भी विकास होना जरूरी है ताकि यहां से पलायन कम हो."- बीके रवि, पूर्व डीजीपी
भाजपा की तरह पाखंड नहीं करता कांग्रेसः अखिलेश सिंह ने कहा कि आजादी के बाद बनी भाजपा नागपुरिया संविधान से चलती है. समाज में कटुता, वैमनस्यता, धर्म के नाम पर लोगों को बांटती है, जबकि कांग्रेस समाज के हर वर्ग, धर्म के लोगों को आपसी सद्भाव से चलना सिखाता है. हमें भी सनातन धर्म पर विश्वास है, पर कांग्रेस भाजपा की तरह पाखंड और लोगों को तोड़ने का काम नहीं करती है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने कहा कि बीके रवि के परिवार का कांग्रेस से पुराना नाता रहा है. इनके पिता 3 बार बिहार विधानसभा एवं एक बार लोकसभा सदस्य रह चुके हैं.
कौन हैं बीके रविः बीके रवि मूल रूप से सहरसा के रहने वाले हैं. 1989 बैच के आईपीएस बीके रवि तमिलनाडु में डीजीपी रह चुके हैं. 1998-99 में बोस्नियाई गृह युद्ध के बाद संयुक्त राष्ट्र शांति सेना(UNPKF) में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं. 33 साल तक पुलिस में सेवा देने के बाद स्वैच्छिक सेवानिवृत्त लेकर कांग्रेस से जुड़ गए. बीके रवि के पिता तुल मोहन राम स्वतंत्रता सेनानी रहे हैं. कांग्रेस से उनका गहरा जुड़ा रहा है.
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