पटनाः पूर्व विधायक महेश्वर सिंह (Former MLA Maheshwar Singh) ने आज राष्ट्रीय जनता दल (RJD) का दामन थाम लिया. उन्होंने बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी (Rabri Devi) के आवास पर राजद की सदस्यता ग्रहण की. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई.
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'नीतीश की कार्यशैली से जदयू नेता नाराज'
इससे पहले मंजीत सिंह और महेश्वर सिंह दोनों के राजद में शामिल होने की खबरें थी. इस पर बैकुंठपुर के राजद विधायक प्रेम शंकर प्रसाद सिंह ने कहा था कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कार्यशैली के कारण जेडीयू नेताओं में बहुत निराशा है. वे अपनी ही पार्टी में अपमानित महसूस कर रहे हैं. उन्होंने दावा करते हुए कहा कि यह अभी शुरुआत है, आने वाले दिनों में कई और नेता राजद का दामन थाम लेंगे.
कौन हैं महेश्वर सिंह?
बता दें कि महेश्वर सिंह ने साल 2010 के विधानसभा चुनाव में समता पार्टी के टिकट पर और वर्ष 2005 में लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के टिकट पर हरसिद्धि विधानसभा सीट से जीत हासिल की थी. हालांकि इसके बाद के चुनाव में मजबूत पार्टी से टिकट नहीं मिलने के कारण उन्हें हार का सामना करना पड़ा था.
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मंजीत ने भी किया था ऐलान..फिर लिया यू-टर्न
बिहार की राजनीति में इन दिनों तोड़जोड़ की खबरें लगातार सामने आ रही है. हाल ही में जदयू के पूर्व विधायक मंजीत सिंह ने भी राजद में शामिल होने का ऐलान कर दिया था. आज ही के दिन लालटेन थामने की तारीख मुकर्रर थी, लेकिन इस खबर के बाद नीतीश खेमे में खलबली मच गई. खबरें आईं कि सीएम नीतीश किसी भी कीमत पर मंजीत को जाने नहीं देना चाहते हैं. इसके बाद नेताओं और मंत्रियों की एक फौज मंजीत को मनाने में जुट गई. परिणाम यह हुआ कि मंजीत ने यू-टर्न ले लिया.
नीतीश के करीबी माने जाते रहे हैं मंजीत
बता दें कि मनजीत सिंह के पिता बृज किशोर सिंह बिहार सरकार में मंत्री थे. वे बैकुंठपुर से प्रतिनिधित्व करते रहे थे. उनके निधन के बाद मंजीत सिंह ने उनकी विरासत संभाली और जदयू से दो बार विधायक चुने गए. मंजीत सिंह नीतीश कुमार के काफी करीबी नेता माने जाते रहे हैं. हालांकि विधानसभा चुनाव 2020 के बाद से हालात बदल गए हैं. वे राजपूत बिरादरी से आते हैं. उनकी सारण क्षेत्र में अपनी अलग पहचान है.
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