पटना: बिहार सरकार के पूर्व कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह ने विधानसभा चुनाव, कोरोना महामारी और बाढ़ की समस्या को लेकर सरकार पर जमकर हमला बोला है. उन्होंने कई गंभीर आरोप लगाए हैं. वहीं, उन्होंने आगामी 12 अक्टूबर को दिल्ली में केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है.
पूर्व कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह ने नीतीश सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि कोरोना के नाम पर बनाए गए क्वॉरंटीन सेंटरों पर जमकर लूट खसोट की गई है. लगों को सही से सेंटरों पर भोजन नहीं दिया जाता था. वहीं, लोगों को भी कई तरह की दिक्कतें हुई, लेकिन कोई समुचित व्यवस्था नहीं की गई. इसकी सीबीआई जांच होनी चाहिए.
साजिश के तहत सत्ता में आने की कोशिश
नरेंद्र सिंह ने कहा कि कोरोना के कारण लगातार लोगों की मौत हो रही है. पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह सहित कई राजनीतिक दल के नेताओं की मौत हुई है. 3 सांसद की मौत हुई है और हजारों लोग कोरोना से मरे हैं. फिर भी चुनाव कराया जा रहा है. यह चुनाव का समय ठीक नहीं है. चुनाव 2 से 3 महीने बाद भी हो सकता था, उससे कुछ बिगड़ नहीं जाता. संवैधानिक मजबूरी भी नहीं है, लेकिन सत्ताधारी दल साजिश के तहत चुनाव करवाकर फिर से सत्ता में आने की कोशिश कर रही है.
23 सितंबर को श्रमिक संगठनों का प्रदर्शन
इसके अलावे पूर्व कृषि मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने किसान विरोधी फैसला लिया है. इसके खिलाफ भी लगातार आंदोलन जारी है. 23 सितंबर को पूरे देश में श्रमिक संगठनों की ओर से प्रदर्शन किया जाएगा. इसमें हिंद मजदूर सभा बिहार की भी भागीदारी होगी. नरेंद्र सिंह हिंद मजदूर सभा बिहार के अध्यक्ष हैं.
किसान पर लादा जा रहा काला कानून
किसानों को लेकर नरेंद्र सिंह का कहना है कि सरकार किसानों को अनाज के उत्पादन का ज्यादा मूल्य और खरीदारी सुनिश्चित करने के बजाय उस पर काला कानून लाद रही है. किसानों को बिचौलियों और पूंजीपतियों के हाथों में गिरवी रखने की साजिश की जा रही है.
आंदोलन को करेंगे समर्थन
बता दें कि नरेंद्र सिंह नवनिर्माण मोर्चा के भी संयोजक हैं, लेकिन अपना अलग आंदोलन भी चला रहे हैं. इसी कारण से 27 सितंबर को तमाम श्रमिक संगठनों के साथ देशव्यापी प्रदर्शन में साथ देंगे. वहीं, 12 अक्टूबर को आयुध कारखाने के कर्मचारियों के हड़ताल को भी वो समर्थन देंगे.