पटना: पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे दूसरी बार राजनीति के मैदान में उतरने की तैयारी कर रहे हैं. इससे पहले भी गुप्तेश्वर पांडे ने वीआरएस के लिए अप्लाई किया था, लेकिन तब राजनीतिज्ञों ने गुप्तेश्वर पांडे को चकमा दे दिया था. एक बार फिर गुप्तेश्वर पांडे वीआरएस लेकर राजनीति में भाग्य आजमाना चाहते हैं.
दूसरी बार राजनीति अखाड़े में उतरने की तैयारी
सुत्रों के मुताबिक, बीजेपी की टिकट पर पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे भाग्य आजमाना चाहते हैं. यह दूसरा मौका है जब गुप्तेश्वर पांडे ने वीआरएस के लिए अप्लाई किया है. इससे पहले बक्सर लोकसभा से चुनाव लड़ने के लिए गुप्तेश्वर पांडे ने वीआरएस के लिए अप्लाई किया था, लेकिन टिकट नहीं मिला और काफी संघर्ष के बाद नौकरी में वापसी हुई.
बता दें कि 27 फरवरी 2009 को गुप्तेश्वर पांडे ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति का आवेदन दिया था. पुलिस मुख्यालय ने एक आवेदन 3 मार्च 2009 को भेज दिया था. उनके अनुरोध पर इन्हें 15 मार्च 2009 को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति की अनुमति दी गई थी. एक बार फिर गुप्तेश्वर पांडे ने 22 सितंबर 2020 को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति के लिए आवेदन दिया है. उसे स्वीकार कर लिया गया है.
बीजेपी की सीट से लड़ेंगे गुप्तेश्वर पांडे
दरअसल, गुप्तेश्वर पांडे को लेकर अब भी पेंच फंसा है. गुप्तेश्वर पांडे अपने गृह विधानसभा क्षेत्र बक्सर से बीजेपी की टिकट पर चुनाव लड़ना चाहते हैं. लेकिन सीएम नीतीश कुमार की मंशा यह है कि गुप्तेश्वर पांडे जदयू की टिकट पर चुनाव लड़े. बीजेपी बक्सर सीट नहीं छोड़ती है तब वैसी स्थिति में गुप्तेश्वर पांडे को जदयू शाहपुर से विधानसभा के लिए लड़ाने को लेकर विचार कर रही है. एक और विकल्प बाल्मिकी नगर लोकसभा सीट को लेकर है. जदयू गुप्तेश्वर पांडे को बाल्मिकीनगर लोकसभा सीट से भी उम्मीदवार बनाया जा सकता है जो बाल्मीकि नगर उपचुनाव होने हैं.