पटना: बिहार के चर्चित आईपीएस अधिकारी अभयानंद (EX DGP Abhayanand) ने बिहार सरकार (Bihar Government) के सलाहकारों पर अपनी भड़ास निकाली है. उन्होंने कहा है कि सरकारी वेतन पर सलाह देने वाले को अपने सलाह की पूरी जवाबदेही लेनी चाहिए. ऐसा नहीं होना चाहिए कि अच्छा हुआ तो सलाहकार की वाह-वाह और खेल बिगड़ा तो ठीकरा किसी और के सिर.
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पूर्व डीजीपी अभयानंद ने अपने फेसबुक पेज पर लिखा कि राज्य सरकार के सलाहकारों की फौज है. मैंने जब नौकरी शुरू की थी तब जानकारी दी गई थी कि सरकार के मुख्य सलाहकार मुख्य सचिव हुआ करते हैं. जैसे-जैसे समय बीता, मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री ने अपने चारों तरफ सलाहकारों की सेना खड़ी कर ली. ये तथाकथित विशेषज्ञ माने जाने लगे. विभिन्न विधाओं के. कोई ऊर्जा तो कोई विधि-व्यवस्था, आदि के जानकार.
आगे उन्होंने लिखा, 'ये सभी सलाहकार जन-सेवक की तरह वेतन लेते हैं और सरकारी सुख-सुविधाओं का उपभोग भी करते हैं. मैं भी जब DGP था तब एक चर्चा सुनने को मिली कि पुलिस विभाग के लिए भी सलाहकार नियुक्त किए जाएंगे. मैंने अनौपचारिक रूप से अपनी भावना राज्य प्रमुख तक पहुंचा दी कि जो सलाह दें, वे ही क्रियान्वित भी करें. यह नहीं होगा कि सलाहकार सलाह देकर किनारे हो जाएंगे और क्रियान्वयन की जिम्मेदारी कोई और लेगा. अगर अच्छा हुआ तो सलाहकार महोदय की वाह-वाह और खेल बिगड़ा तो ठीकरा किसी और के सिर.
अभयानंद ने कहा, 'लगता है यह बात राज्य प्रमुख को सही लगी और पुलिस में कोई सलाहकार नियुक्त नहीं हुआ. अन्य विभागों में हुआ. नीतिगत रूप से भी जो व्यक्ति सरकारी वेतन पर सलाह देता है, उसको अपने सलाह की पूरी जवाबदेही लेनी चाहिए. अगर यह नहीं होता है तो सलाहकार और दलाल में कोई अंतर नहीं रह जाएगा.
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