पटना: बिहार में कोरोना वैक्सीन सर्टिफिकेट पर पीएम नरेंद्र मोदी की तस्वीर को लेकर सियासत जारी है. एनडीए के सहयोगी दल हम पार्टी के सुप्रीमो और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने भी इस पर सवाल खड़े कर दिए हैं. पूरे मामले को लेकर पूर्व सीएम जीतन राम मांझी से ईटीवी भारत के रीजनल न्यूज को-ऑर्डिनेटर सचिन शर्मा ने खास बातचीत की.
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'पीएम मोदी से नहीं है नाराजगी'
बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने पीएम मोदी से नाराजगी वाले सवाल पर कहा कि मेरी उनसे कोई नाराजगी नहीं है, हम उन्हें भारत के सफलतम प्रधानमंत्री के रुप में मानते हैं. जो मित्र हैं सचमुच में अगर उनसे कोई गलती होती है, तो उसको उजागर करना उनका फर्ज है.
''जब मैंने वैक्सीन का दूसरा डोज लिया और जब प्रमाण पत्र देखा तो उसमें पीएम नरेंद्र मोदी की फोटो थी, मेरे दिमाग में तभी ये बात आई कि यहां संविधान है, संवैधानिक सर्वोच्च स्थान रखने वाले हमारे राष्ट्रपति हैं. अगर फोटो लगना ही था तो राष्ट्रपति का फोटो लगना चाहिए था.''- जीतन राम मांझी, पूर्व सीएम, बिहार
'सर्टिफिकेट पर हो राष्ट्रपति का फोटो'
उन्होंने कहा कि अगर सर्टिफिकेट पर प्रधानमंत्री का फोटो लगना जरूरी था, तो ऐसे में राष्ट्रपति का फोटो ऊपर नीचे प्रधानमंत्री का और दाहिने तरफ राज्य के मुख्यमंत्री का फोटो लगना चाहिए था. तब ये न्यायसंगत लगता.
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जब जीतन राम मांझी से पूछा गया कि अगर आप पीएम मोदी से नाराज नहीं हैं तो डेथ सर्टिफिकेट पर उनकी फोटो की मांग क्यों कर रहे हैं, इस पर उन्होंने कहा कि ये बात तो हमने भाव-आवेश में आकर कह दी थी.