पटना: लॉकडाउन की वजह से पटना के ग्रामीण इलाके बिहटा, नौबतपुर और मनेर के मालाकार किसान काफी प्रभावित हुए हैं. लॉकडाउन के कारण मंदिर, शादी समारोह जैसे कार्यक्रम बंद होने के कारण फूलों की बिक्री बंद है. ऐसे में कर्ज लेकर फूलों की खेती करने वाले किसानों की कमर टूट गई है.
किसानों का कहना है कि कर्ज लौटाना तो दूर अब भूखमरी जैसी स्थिति होती जा रही है. तीसरी बार लॉकडाउन में कई कार्यों के लिये छूट दी गई है. लेकिन फूल की खेती करने वाले किसानों के लिए सरकार ने कोई छूट नहीं दी है, जिससे बाजार में फूलों की मांग बिल्कुल नहीं है. किसानों की मांग है कि सरकार उन्हें भी कुछ छूट दे ताकि इनके फूल बिक सकें.
किसान चिंतित
बता दें कि लॉकडाउन के दौरान सभी धार्मिक स्थल और कार्यक्रम बंद कर दिए गये हैं. यहां तक कि शादी ब्याह में भी ज्यादा भीड़ और सजावट पर रोक लगा दी गई है, जिसके बाद से फूलों की खेती करने वाले किसान काफी प्रभावित हुए हैं. किसानों की चिंता है कि उनका परिवार कैसे चलेगा. अगर ऐसा हाल रहा तो आने वाले समय में भूखमरी की स्थिति हो जाएगी.
सरकार से आस
फूलों की खेती करने वाले किसान धर्मवीर और सुरेश भगत बताते हैं कि कर्ज लेकर दूसरे से खेत लिया था और फूलों की खेती की थी. उम्मीद थी कि फूलों की अच्छी बिक्री होगी और कर्ज चुकाने के साथ-साथ कुछ कमाई भी होगी, लेकिन कोरोना के कारण हुये लॉकडाउन ने सब कुछ बर्बाद कर दिया. किसान अब सरकार से आस लगाये बैठे हैं. वे सरकार से मुआवजे की मांग कर रहे हैं.